
राजस्थान सरकार द्वारा शुरू की गई Lado Lakshmi Yojana एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य राज्य की बालिकाओं और महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इस योजना के अंतर्गत लाभार्थी महिलाओं के बैंक खातों में 2100 रुपये की राशि ट्रांसफर की जाती है। यह राशि सीधे Direct Benefit Transfer (DBT) के माध्यम से दी जाती है। योजना की घोषणा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा की गई थी और इसे महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से लागू किया गया है।
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योजना का उद्देश्य
Lado Lakshmi Yojana का मुख्य उद्देश्य राज्य की बालिकाओं को जन्म से लेकर शिक्षा के विभिन्न चरणों तक वित्तीय सहायता प्रदान करना है। इससे न केवल लड़कियों के जन्म को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि उनकी शिक्षा और स्वास्थ्य पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। यह योजना बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ जैसे राष्ट्रीय अभियान को भी मजबूती देती है।
किन महिलाओं को मिलेगा 2100 रुपये का लाभ?
राजस्थान सरकार द्वारा यह स्पष्ट किया गया है कि 2100 रुपये की यह राशि उन परिवारों को दी जाएगी, जिनके घर में बालिका का जन्म हुआ है। इसके अलावा, कुछ अन्य श्रेणियों की महिलाओं को भी यह लाभ प्रदान किया जाएगा, जैसे:
- गरीबी रेखा के नीचे (BPL) जीवन यापन करने वाले परिवारों की महिलाएं।
- जनजातीय और अनुसूचित जाति की बालिकाएं।
- सरकारी स्कूलों में पढ़ाई करने वाली बालिकाएं, जो कक्षा 6, 9 और 12 में प्रवेश ले रही हैं।
- आंगनबाड़ी केंद्रों से जुड़ी पंजीकृत गर्भवती महिलाएं।
पैसा कब ट्रांसफर किया जाएगा?
सरकार द्वारा यह कहा गया है कि लाभार्थियों के बैंक खातों में पैसा चरणबद्ध तरीके से ट्रांसफर किया जाएगा। जिन महिलाओं और परिवारों ने इस योजना के अंतर्गत सफलतापूर्वक आवेदन किया है, उनके खातों में 2100 रुपये की राशि आने वाले 1 से 2 महीनों के भीतर आनी शुरू हो जाएगी। कुछ जिलों में यह प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है।
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आवेदन प्रक्रिया
Lado Lakshmi Yojana के अंतर्गत लाभ प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से आवेदन किया जा सकता है। ऑनलाइन आवेदन राजस्थान सरकार के जनआधार पोर्टल या महिला एवं बाल विकास विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर किया जा सकता है।
वहीं ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं अपने नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र या ई-मित्र केंद्र पर जाकर भी आवेदन कर सकती हैं। आवेदन के समय जरूरी दस्तावेज जैसे:
- जनाधार कार्ड
- बैंक पासबुक
- आधार कार्ड
- जन्म प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
प्रस्तुत करना अनिवार्य होता है।
योजना की विशेषताएं
इस योजना की कुछ प्रमुख विशेषताएं हैं जो इसे खास बनाती हैं:
- यह योजना पूरी तरह से राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषित है।
- DBT के माध्यम से लाभार्थियों के खाते में सीधे पैसे ट्रांसफर किए जाते हैं।
- यह योजना महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, और स्वास्थ्य के क्षेत्रों को जोड़ती है।
- यह बालिकाओं को स्कूल छोड़ने से रोकने में सहायक सिद्ध होगी।
- इससे लैंगिक भेदभाव को कम करने में भी मदद मिलेगी।
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कितनी राशि किस चरण में मिलती है?
हालांकि 2100 रुपये की राशि पहली किस्त के रूप में दी जाती है, लेकिन सरकार की योजना है कि बालिकाओं की उम्र और शिक्षा के स्तर के अनुसार विभिन्न चरणों में उन्हें वित्तीय सहायता दी जाए। जैसे:
- जन्म के समय – 2100 रुपये
- पहली कक्षा में प्रवेश – निर्धारित राशि
- छठवीं, नौवीं और बारहवीं में – अतिरिक्त सहायता
इसका उद्देश्य यह है कि बच्ची की पढ़ाई की लागत का एक हिस्सा सरकार वहन करे, जिससे माता-पिता उसे स्कूल भेजने के लिए प्रेरित हों।
योजना का दीर्घकालिक प्रभाव
Lado Lakshmi Yojana से न केवल आर्थिक लाभ मिलेगा, बल्कि यह सामाजिक बदलाव की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे बालिका शिक्षा, स्वास्थ्य, और लैंगिक समानता जैसे क्षेत्रों में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। राज्य सरकार को उम्मीद है कि यह योजना आने वाले वर्षों में लाखों परिवारों के जीवन को छूएगी।
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योजना से जुड़ी चुनौतियां
हालांकि यह योजना सराहनीय है, लेकिन इसके क्रियान्वयन में कुछ चुनौतियां भी सामने आ रही हैं:
- ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता की कमी।
- आवेदन प्रक्रिया में दस्तावेजों की अपूर्णता।
- कुछ स्थानों पर DBT में देरी की शिकायतें।
सरकार ने इन समस्याओं के समाधान के लिए विशेष हेल्पलाइन और नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की है।