मंईयां सम्मान योजना से हटा दिए गए हजारों महिलाओं के नाम! जानें इसकी असली वजह

झारखंड सरकार की मईंया सम्मान योजना में बड़ा फेरबदल! लाखों महिलाओं को हर महीने मिलने वाले ₹2500 की आर्थिक मदद अब बंद हो सकती है। क्या आपका नाम भी लिस्ट से हटा दिया गया? जानिए सरकार के इस सख्त कदम की पूरी सच्चाई

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Written byRohit Kumar

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मंईयां सम्मान योजना से हटा दिए गए हजारों महिलाओं के नाम! जानें इसकी असली वजह
मंईयां सम्मान योजना से हटा दिए गए हजारों महिलाओं के नाम! जानें इसकी असली वजह

झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी मईंया सम्मान योजना के तहत महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इस योजना का उद्देश्य राज्य की गरीब और जरूरतमंद महिलाओं को वित्तीय मदद देकर सशक्त बनाना है। इसके तहत पात्र महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये की सहायता दी जाती है। हालांकि, हाल ही में सरकार ने योजना के तहत 52,293 महिलाओं के नाम लाभार्थी सूची से हटा दिए हैं। इस कार्रवाई के पीछे मुख्य कारण अयोग्य लाभार्थियों की पहचान बताई जा रही है।

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मईंया सम्मान योजना झारखंड की गरीब और जरूरतमंद महिलाओं के लिए शुरू की गई थी, लेकिन कई अपात्र लाभार्थी भी इस योजना का लाभ उठा रहे थे। सरकार की सख्त जांच के बाद 52,293 महिलाओं को योजना से बाहर कर दिया गया है, और 8 से 10 लाख और महिलाओं के नाम हटाए जा सकते हैं। सरकार का यह कदम वास्तविक जरूरतमंद महिलाओं तक योजना का लाभ पहुंचाने और भ्रष्टाचार रोकने के लिए उठाया गया है।

मईंया सम्मान योजना: क्या है यह योजना?

झारखंड सरकार ने मईंया सम्मान योजना को राज्य की आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं के लिए शुरू किया था। इस योजना के तहत योग्य महिलाओं को सरकार की ओर से हर महीने 2500 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। इससे राज्य की लाखों महिलाओं को फायदा मिला है और वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रही हैं।

क्यों हटाए गए 52,293 महिलाओं के नाम?

हाल ही में सरकार ने योजना के लाभार्थियों की सूची की समीक्षा की, जिसके बाद 52,293 महिलाओं को अपात्र करार देते हुए उनके नाम सूची से हटा दिए गए। इन महिलाओं के हटाए जाने के पीछे मुख्य कारण यह था कि वे योजना की पात्रता शर्तों को पूरा नहीं कर रही थीं।

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सरकार के अनुसार, यह वे महिलाएं थीं जो संपन्न परिवारों से आती थीं या उनके परिवार में कोई सदस्य सरकारी नौकरी में कार्यरत था। लेकिन बावजूद इसके ये महिलाएं इस योजना का लाभ ले रही थीं। सरकार ने इस गड़बड़ी को दूर करने के लिए सख्त कदम उठाते हुए इन नामों को लाभार्थी सूची से हटा दिया।

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8-10 लाख और महिलाओं पर गिरेगी गाज?

मईंया सम्मान योजना में गलत तरीके से लाभ लेने वाले लाभार्थियों की संख्या केवल 52,293 तक सीमित नहीं है। सरकारी जांच में यह सामने आया है कि 8 से 10 लाख और महिलाएं ऐसी हो सकती हैं जो इस योजना के लिए अयोग्य होते हुए भी लाभ उठा रही हैं। सरकार द्वारा इस सूची की दोबारा समीक्षा की जा रही है और जल्द ही और नाम काटे जा सकते हैं।

पात्रता शर्तें क्या हैं?

झारखंड सरकार ने मईंया सम्मान योजना के लिए कुछ पात्रता शर्तें तय की हैं। इन शर्तों को पूरा करने वाली महिलाओं को ही इस योजना का लाभ मिलेगा। पात्रता शर्तें निम्नलिखित हैं:

  • लाभार्थी महिला झारखंड राज्य की स्थायी निवासी होनी चाहिए
  • महिला की आय बेहद सीमित होनी चाहिए, यानी वह गरीबी रेखा के नीचे (BPL) जीवनयापन करती हो।
  • महिला के परिवार का कोई भी सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं होना चाहिए
  • महिला को पहले से ही किसी अन्य सरकारी योजना के तहत आर्थिक सहायता नहीं मिल रही हो
  • संपन्न परिवारों की महिलाओं को इस योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा।

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सरकार की सख्ती क्यों?

झारखंड सरकार ने योजना के तहत अनियमितताओं को रोकने और वास्तविक जरूरतमंदों को सहायता सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया है। सरकार का कहना है कि जो महिलाएं अपात्र होते हुए भी इस योजना का लाभ ले रही थीं, उनके नाम हटाना जरूरी था ताकि सही लाभार्थियों तक यह सहायता पहुंचे

महिलाओं के नाम काटने के बाद क्या होगा?

जिन महिलाओं के नाम इस योजना से हटाए गए हैं, उन्हें अब हर महीने 2500 रुपये की मिलने वाली सहायता राशि बंद कर दी जाएगी। इसके अलावा, सरकार आगे भी लाभार्थियों की समीक्षा करती रहेगी और यदि कोई और अयोग्य पाया जाता है, तो उसे भी सूची से बाहर कर दिया जाएगा।

सरकार इस योजना को पूरी तरह पारदर्शी और जरूरतमंदों के लिए प्रभावी बनाने के लिए कड़ी निगरानी रख रही है। जिन महिलाओं के नाम काटे गए हैं, वे यदि पात्रता शर्तों को पूरा करती हैं, तो वे दोबारा आवेदन कर सकती हैं।

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