दिल्ली स्थित इंडिया गेट, जो कि भारत के सबसे प्रमुख और ऐतिहासिक स्मारकों में से एक है, अब नए सुरक्षा और पर्यटक नियमों के तहत आने वाली पर्यटकों के लिए कुछ कठिनाइयाँ उत्पन्न कर रहा है। पहले जहाँ लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ इंडिया गेट पर आराम से पिकनिक मनाते थे, वहीं अब इन नियमों के लागू होने के बाद यह एक मुश्किल काम बन गया है। नए नियमों के तहत, पर्यटकों को बैग, चादरें, भोजन और पालतू जानवर लाने की अनुमति नहीं होगी।

इन बदलावों का उद्देश्य स्मारक की खूबसूरती और सुरक्षा बनाए रखना है, लेकिन इसके परिणामस्वरूप पर्यटकों को अधिक असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। अब लोग अपने सामान के साथ बाहर इंतजार करने के लिए मजबूर हो रहे हैं, जबकि उनके परिवार के अन्य सदस्य अंदर इंडिया गेट की सैर कर रहे हैं।
नया नियम बैग, चादरें और खाने पर रोक
इंडिया गेट पर इन नए नियमों के लागू होने के बाद, अब पर्यटकों को अपने बैग, चादरें, खाना या पालतू जानवरों को स्मारक के बाहर छोड़ना होगा। इस बदलाव ने लोगों के लिए पिकनिक मनाने के अनुभव को काफी हद तक प्रभावित किया है। पहले जहां लोग यहां अपने परिवार के साथ समय बिता सकते थे, वहीं अब यह स्थान सिर्फ घूमने के लिए उपयोगी रह गया है।
इससे पर्यटकों को खासा परेशानियाँ हो रही हैं, क्योंकि उन्हें अपनी चीजों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त इंतजार करना पड़ता है। एक पर्यटक ने कहा कि उसे अपनी चीजों के साथ बाहर इंतजार करना पड़ा, जबकि उसका परिवार इंडिया गेट में घूमने के लिए अंदर था। इस प्रकार के अनुभव से अन्य पर्यटक भी नाखुश हैं, क्योंकि उन्हें अपने सामान की रखवाली करने के लिए लंबा समय तक बाहर रहना पड़ता है।
लॉकर सुविधा की कमी पर्यटकों का गुस्सा
हालांकि, इस नए व्यवस्था के बावजूद इंडिया गेट में लॉकर सुविधा की व्यवस्था अभी तक नहीं शुरू की गई है, जबकि दिल्ली के अन्य ऐतिहासिक स्थलों जैसे कि लाल किला और कुतुब मीनार में लॉकर की सुविधा उपलब्ध है। इससे पर्यटकों की असुविधा और बढ़ गई है, क्योंकि उन्हें बैग और अन्य सामान को बाहर छोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है। पर्यटकों ने अधिकारियों से अनुरोध किया है कि वे इस कमी को शीघ्र दूर करें और लॉकर की व्यवस्था उपलब्ध कराएं।
एक पर्यटक ने कहा, “यह स्थिति वाकई परेशानी वाली है। बैग लेकर बाहर बैठने का कोई मतलब नहीं है, जबकि परिवार के अन्य सदस्य अंदर घूमने का आनंद ले रहे हैं।” प्रयागराज से आए एक अन्य पर्यटक ने भी लॉकर की कमी को एक बड़ी चूक बताया और अधिकारियों से उचित उपायों की उम्मीद जताई।
सुरक्षा और सौंदर्य बनाए रखने के उद्देश्य
इस बदलाव के पीछे का मुख्य उद्देश्य इंडिया गेट की सुरक्षा और सौंदर्य को बनाए रखना है। सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि यह उपाय इंडिया गेट की सुंदरता को बनाए रखने के लिए किए गए हैं, क्योंकि हालिया समय में लोग अपनी चादरें बिछाने, खाना खाने और लॉन पर ज्यादा समय बिताने के कारण इस स्थान की सुंदरता को नुकसान पहुँचा रहे थे। इसके अलावा, पालतू जानवरों के लाने से भी साफ-सफाई की समस्या उत्पन्न हो रही थी, जो कि पर्यटकों के अनुभव को खराब कर रहा था।
सुरक्षा अधिकारियों ने यह भी बताया कि वे पर्यटकों की समस्याओं का समाधान करने के लिए लॉकर सुविधाओं पर काम कर रहे हैं, ताकि वे बिना किसी परेशानी के अपनी चीजें सुरक्षित रख सकें और आनंद से स्मारक का दौरा कर सकें। हालांकि, इस नए नियम की वजह से कुछ लोगों के लिए यात्रा का अनुभव अब कम सुखद हो गया है।
निराश पर्यटक और अधिकारियों की प्रतिक्रिया
नए नियमों के कारण निराश हुए पर्यटकों ने अधिकारियों से इस बदलाव पर पुनः विचार करने की अपील की है। बनारस से आए एक पर्यटक ने अधिकारियों से कहा कि उन्हें सुरक्षा और पर्यटकों की जरूरतों के बीच संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता है, ताकि यात्रा का अनुभव अच्छा रहे। वहीं, प्रयागराज से आए अन्य पर्यटकों ने भी इस व्यवस्था को असुविधाजनक बताया और इस पर पुनर्विचार की मांग की है।
अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यह कदम स्मारक के सौंदर्य और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए उठाए गए हैं, और आने वाले दिनों में वे लॉकर सुविधाओं के साथ-साथ अन्य उपायों पर भी विचार कर रहे हैं।
क्या होगा भविष्य?
हालांकि नए नियमों ने इंडिया गेट पर घूमने का अनुभव बदल दिया है, लेकिन यह कदम सुरक्षा और स्थल की सुंदरता बनाए रखने के लिए जरूरी है। आने वाले दिनों में यदि लॉकर सुविधाएं शुरू हो जाती हैं, तो इससे पर्यटकों की असुविधा को कम किया जा सकेगा। फिलहाल, यह बदलाव इस ऐतिहासिक स्थल के लिए एक नई दिशा की शुरुआत है, लेकिन समय के साथ इसमें और सुधार हो सकते हैं।