
हर माता-पिता की यही चाहत होती है कि उनकी बेटी का भविष्य सुरक्षित और उज्ज्वल हो। भारत में बेटियों की शिक्षा और विवाह जैसी महत्वपूर्ण आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) की शुरुआत की है। यह योजना माता-पिता को उनकी बेटियों के लिए आर्थिक संबल प्रदान करती है, जिससे वे उनकी शिक्षा और विवाह के लिए एक बड़ी राशि बचा सकते हैं।
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सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) बेटियों के बेहतर भविष्य के लिए एक आदर्श निवेश योजना है। यह योजना न केवल उनके शिक्षा और विवाह के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि माता-पिता को कर लाभ और उच्च ब्याज दर का भी फायदा देती है। यदि आप अपनी बेटी के सुरक्षित भविष्य के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो यह योजना एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है।
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) क्या है?
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) एक दीर्घकालिक बचत योजना है, जिसे विशेष रूप से बेटियों के भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित करने के उद्देश्य से लॉन्च किया गया है। इसमें निवेश करने पर ऊंची ब्याज दर मिलती है, जो कि वर्तमान में 8.2% प्रति वर्ष है। इस योजना में माता-पिता या अभिभावक अपनी 10 वर्ष से कम उम्र की बेटी के नाम पर खाता खुलवा सकते हैं।
इस योजना के मुख्य लाभ
- उच्च ब्याज दर: सरकार द्वारा निर्धारित ब्याज दर अन्य बचत योजनाओं की तुलना में अधिक है। वर्तमान में यह 8.2% प्रति वर्ष है।
- कर लाभ: आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत इस योजना में निवेश पर कर छूट मिलती है। साथ ही, परिपक्वता पर प्राप्त राशि भी कर-मुक्त होती है।
- छोटी राशि से निवेश की सुविधा: न्यूनतम ₹250 से खाता शुरू किया जा सकता है और अधिकतम ₹1.5 लाख प्रति वर्ष तक जमा किया जा सकता है।
- बेटियों के भविष्य के लिए सुरक्षित योजना: इस योजना के तहत खाता खोलने के बाद 15 वर्षों तक निवेश किया जा सकता है और जब बेटी 21 वर्ष की हो जाती है, तो यह परिपक्व हो जाता है।
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निवेश की प्रक्रिया और खाता खोलने की शर्तें
- खाता खोलने के लिए पात्रता:
- बेटी की उम्र 10 वर्ष से कम होनी चाहिए।
- माता-पिता या कानूनी अभिभावक ही खाता खोल सकते हैं।
- निवेश सीमा:
- न्यूनतम ₹250 और अधिकतम ₹1.5 लाख प्रति वर्ष जमा किए जा सकते हैं।
- खाते की अवधि:
- खाता खुलने के 15 वर्षों तक निवेश करना अनिवार्य होता है।
- बेटी के 21 वर्ष की होने पर परिपक्वता राशि निकाली जा सकती है।
निवेश पर रिटर्न: 70 लाख तक की राशि जमा करने की संभावना
अगर कोई निवेशक हर महीने ₹12,500 का निवेश करता है, तो सालाना यह राशि ₹1.5 लाख होती है। अगर इसे 8.2% की ब्याज दर से जोड़ा जाए, तो 21 वर्षों में यह राशि लगभग ₹70 लाख तक पहुंच सकती है।
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कर में छूट और अन्य फायदे
- इस योजना में किए गए निवेश पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत छूट मिलती है।
- ब्याज और परिपक्वता राशि पूरी तरह कर-मुक्त होती है।
- किसी भी अन्य निवेश योजना की तुलना में यह एक कम जोखिम वाली सरकारी गारंटीड स्कीम है।
सुकन्या समृद्धि योजना से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदु
- खाता केवल बेटी के नाम पर ही खोला जा सकता है।
- एक परिवार में दो बेटियों के लिए यह योजना लागू होती है (तीसरी संतान पर विशेष शर्तें लागू हैं)।
- बेटी के 18 वर्ष की होने पर उच्च शिक्षा के लिए 50% राशि निकाली जा सकती है।
- यदि किसी कारणवश खाता समय से पहले बंद करना हो तो सरकार द्वारा तय शर्तों का पालन करना होगा।