
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना 2025-PM Internship Scheme 2025 एक शानदार सरकारी पहल है, जिसका उद्देश्य देश के युवाओं को व्यावसायिक अनुभव के जरिए भविष्य के लिए तैयार करना है। इस योजना के अंतर्गत युवाओं को देश की टॉप 500 कंपनियों में इंटर्नशिप करने का मौका मिलता है, जिससे उनके करियर की एक मजबूत नींव तैयार होती है। पहले आवेदन की अंतिम तिथि 31 मार्च निर्धारित थी, लेकिन अब इसे 15 अप्रैल 2025 तक बढ़ा दिया गया है। इच्छुक उम्मीदवार अब pminternship.mca.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
इस योजना के जरिए सरकार ने न केवल स्किल डेवलपमेंट को बढ़ावा देने का बीड़ा उठाया है, बल्कि युवाओं को एक तयशुदा स्टाइपेंड भी प्रदान किया जा रहा है, जिससे उन्हें आर्थिक सहारा भी मिलेगा। 12 महीने की इस इंटर्नशिप के माध्यम से कैंडिडेट्स को इंडस्ट्री में रियल वर्ल्ड एक्सपीरियंस मिलेगा, जो उनके करियर को नई दिशा देगा।
पीएम इंटर्नशिप स्कीम 2025 की योग्यता और उम्र सीमा
PM Internship Scheme 2025 के लिए आवेदन करने वाले युवाओं के पास 10वीं, 12वीं, ITI, पॉलिटेक्निक या डिप्लोमा की डिग्री होनी चाहिए। इसके अलावा ग्रेजुएशन करने वाले कैंडिडेट्स भी पात्र हैं। शैक्षणिक योग्यता के साथ-साथ आयु सीमा भी इस योजना में महत्वपूर्ण है। आवेदनकर्ता की उम्र 18 वर्ष से 24 वर्ष के बीच होनी चाहिए। हालांकि, ओबीसी, एससी और एसटी वर्ग के अभ्यर्थियों को अधिकतम उम्र सीमा में छूट दी गई है, जिससे ज्यादा से ज्यादा युवा इस अवसर का लाभ उठा सकें।
PM Internship Scheme 2025 के लिए आवेदन प्रक्रिया
इस योजना के तहत आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है। इच्छुक युवा pminternship.mca.gov.in पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। सबसे पहले रजिस्ट्रेशन टैब पर क्लिक कर मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी के माध्यम से अकाउंट बनाना होगा। फिर मांगे गए डाक्यूमेंट्स जैसे शैक्षणिक प्रमाण पत्र, पहचान पत्र आदि अपलोड करने होंगे और फॉर्म सबमिट करना होगा। प्रक्रिया आसान और पारदर्शी है, ताकि हर योग्य उम्मीदवार तक योजना की पहुंच सुनिश्चित हो सके।
इंटर्नशिप के दौरान कितना मिलेगा स्टाइपेंड?
PM Internship Scheme 2025 के तहत चयनित अभ्यर्थियों को हर महीने ₹5000 का स्टाइपेंड प्रदान किया जाएगा। इसके अतिरिक्त ₹600 की एकमुश्त राशि भी दी जाएगी, जिससे छात्रों को अपने व्यक्तिगत खर्चों में राहत मिलेगी। योजना के पहले चरण में 1.25 लाख युवाओं को इंटर्नशिप का मौका दिया जा रहा है, जबकि अगले 5 वर्षों में 1 करोड़ युवाओं को इस योजना से जोड़ने का लक्ष्य है। यह पहल देश के युवाओं के लिए रोजगार के नए दरवाजे खोलने वाली साबित हो सकती है।