सरकारी बैंक ने ग्राहकों को दी 7 मार्च तक की मोहलत, बंद हो गए बैंक अकाउंट खुलवाना हुआ आसान

सरकारी बैंक ने ग्राहकों को दी 7 मार्च तक की मोहलत, बंद हो गए बैंक अकाउंट खुलवाना हुआ आसान
PNB Inoperative Accounts Rules
PNB Inoperative Accounts Rules

देश के बड़े सरकारी बैंक- पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने अपने ग्राहकों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। यदि किसी बचत खाते (Savings Account) या चालू खाते (Current Account) में लगातार दो वर्षों तक कोई ग्राहक-प्रेरित लेन-देन नहीं किया जाता, तो उसे निष्क्रिय खाता (Inoperative Account) घोषित कर दिया जाता है। हालांकि, बैंक अपने ग्राहकों को यह सुविधा भी दे रहा है कि वे आसानी से अपने निष्क्रिय खाते को पुनः सक्रिय करा सकते हैं। इसी उद्देश्य से PNB 17 फरवरी 2025 से 7 मार्च 2025 तक एक राष्ट्रव्यापी अभियान चला रहा है, जिससे अधिक से अधिक ग्राहक अपने निष्क्रिय खाते को पुनः सक्रिय करा सकें।

कैसे करें निष्क्रिय खाता पुनः सक्रिय?

यदि आपका बैंक खाता निष्क्रिय हो गया है और आप इसे पुनः सक्रिय कराना चाहते हैं, तो आपको निम्नलिखित प्रक्रिया अपनानी होगी:

  1. बैंक द्वारा निष्क्रिय खाता पुनः सक्रिय करने के लिए ग्राहक को अपना KYC अपडेट कराना होगा। इसके लिए आपको अपने निकटतम PNB शाखा में जाकर आधार कार्ड, पैन कार्ड या अन्य वैध पहचान पत्र प्रस्तुत करना होगा।
  2. निष्क्रिय खाता पुनः सक्रिय करने के लिए खाते में कोई भी लेन-देन (जमा, निकासी, ऑनलाइन ट्रांसफर) करें।
  3. बैंक की आधिकारिक वेबसाइट (www.pnbindia.in) या मोबाइल बैंकिंग ऐप के माध्यम से भी आप KYC अपडेट कर सकते हैं और खाते को पुनः सक्रिय कर सकते हैं।
  4. यदि किसी भी प्रकार की असुविधा हो रही है, तो ग्राहक अपने निकटतम PNB शाखा से संपर्क कर सकते हैं।

आपका बैंक खाता निष्क्रिय क्यों हो सकता है?

अगर कोई ग्राहक लंबे समय तक अपने बैंक खाते का उपयोग नहीं करता है, तो बैंक सुरक्षा नीति के तहत उसे निष्क्रिय घोषित कर सकता है।

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  • ग्राहक-प्रेरित लेन-देन का अभाव – यदि खाते में 24 महीने तक कोई ग्राहक-प्रेरित लेन-देन नहीं होता है, तो बैंक उसे निष्क्रिय (Inactive) या निष्क्रिय (Inoperative) खाता मान लेता है।
  • केवल बैंक-जनित लेन-देन मान्य नहीं – यदि खाते में केवल बैंक द्वारा ब्याज जमा किया जा रहा हो या शुल्क काटा जा रहा हो, तो इसे ग्राहक-प्रेरित लेन-देन नहीं माना जाता है।
  • KYC अपडेट न करना – यदि ग्राहक समय-समय पर KYC अपडेट नहीं करता, तो भी बैंक खाता निष्क्रिय हो सकता है।
  • बैंक की सुरक्षा नीति – कई बार लंबे समय तक कोई ट्रांजैक्शन न होने पर बैंक खाते को सुरक्षा कारणों से ब्लॉक कर सकता है।

निष्क्रिय खाता होने के नुकसान

यदि आपका बैंक खाता निष्क्रिय हो जाता है, तो इसके कई दुष्प्रभाव हो सकते हैं:

  • ऑनलाइन बैंकिंग सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं – निष्क्रिय खाते के कारण आप नेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग का उपयोग नहीं कर पाएंगे।
  • एटीएम और डेबिट कार्ड सेवाएं बंद हो सकती हैं – निष्क्रिय खाते के कारण एटीएम से नकद निकासी, डेबिट कार्ड से लेन-देन प्रभावित हो सकता है।
  • ऑटो-डेबिट सुविधाएं रुक सकती हैं – अगर आप किसी बिल भुगतान, ईएमआई, म्यूचुअल फंड SIP जैसी सेवाओं के लिए ऑटो-डेबिट का उपयोग कर रहे हैं, तो ये सभी सुविधाएं बंद हो सकती हैं।
  • बैंकिंग से जुड़ी अन्य सेवाओं का लाभ नहीं मिलेगा – निष्क्रिय खाता होने पर ग्राहक नए चेकबुक, पासबुक, डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड अप्लाई नहीं कर पाएंगे।
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By Rohit Kumar

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