हर निवेशक का मुख्य उद्देश्य होता है अपने पैसे को सुरक्षित रखना और उस पर बेहतर रिटर्न प्राप्त करना। निवेश करते समय सबसे पहले ब्याज दरों पर ध्यान दिया जाता है, लेकिन सिर्फ ब्याज दरों को देखकर निर्णय लेना सही नहीं है। निवेश का लाभ या नुकसान ब्याज की कैलकुलेशन और अवधि पर निर्भर करता है। पोस्ट ऑफिस द्वारा चलाई जा रही टर्म डिपॉजिट (Post Office Term Deposit) और नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (National Saving Certificate) ऐसी ही दो स्कीमें हैं, जो निवेशकों के लिए सुरक्षित और आकर्षक विकल्प प्रदान करती हैं।
पोस्ट ऑफिस टर्म डिपॉजिट (Post Office FD)
पोस्ट ऑफिस टर्म डिपॉजिट, जिसे अक्सर फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) कहा जाता है, 1, 2, 3 और 5 साल के कार्यकाल के लिए उपलब्ध है। इसमें वर्तमान में 7.5% की वार्षिक ब्याज दर मिलती है। हालांकि, ब्याज की कैलकुलेशन तिमाही आधार पर की जाती है।
उदाहरण के तौर पर, यदि आपने पोस्ट ऑफिस एफडी स्कीम में 1,00,000 रुपये का निवेश किया है, तो तीन महीनों के बाद आपको 1,875 रुपये का ब्याज मिलेगा। इस प्रकार आपकी कुल रकम बढ़कर 1,01,875 रुपये हो जाएगी। अगली तिमाही में इसी रकम पर ब्याज लगाया जाएगा। यह प्रक्रिया 5 साल तक चलती रहती है। इस प्रकार, 5 साल बाद आपकी कुल मैच्योरिटी राशि 1,44,995 रुपये होगी।
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) की विशेषताएं
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) भी 5 साल की अवधि के लिए उपलब्ध है। इसकी ब्याज दर 7.0% वार्षिक है, लेकिन इसमें ब्याज केवल मैच्योरिटी के समय ही दिया जाता है। NSC में खाता खोलने के लिए न्यूनतम 1,000 रुपये का निवेश आवश्यक है।
अगर आप 1,00,000 रुपये NSC में निवेश करते हैं, तो इसमें पहले साल के अंत में 7.0% के हिसाब से ब्याज मिलेगा। 5 साल के अंत तक, हर साल मूलधन और ब्याज पर ब्याज जोड़ने के बाद कुल मैच्योरिटी राशि 1,44,904 रुपये होगी।
पोस्ट ऑफिस FD बनाम NSC, कौन सा बेहतर?
ब्याज दरों के मामूली अंतर के बावजूद, पोस्ट ऑफिस एफडी में निवेश पर आपको एनएससी से थोड़ा अधिक रिटर्न मिलता है। उदाहरण के लिए, 5 साल की अवधि में पोस्ट ऑफिस एफडी पर मिलने वाली मैच्योरिटी राशि 1,44,995 रुपये होती है, जबकि NSC पर यह 1,44,904 रुपये है। दोनों में केवल 92 रुपये का अंतर है। हालांकि, पोस्ट ऑफिस एफडी की तिमाही कंपाउंडिंग इसे थोड़ा अधिक लाभदायक बनाती है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
प्रश्न 1: पोस्ट ऑफिस FD और NSC में मुख्य अंतर क्या है?
उत्तर: पोस्ट ऑफिस एफडी में तिमाही आधार पर ब्याज मिलता है, जबकि एनएससी में ब्याज मैच्योरिटी पर दिया जाता है।
प्रश्न 2: क्या पोस्ट ऑफिस FD में आंशिक निकासी संभव है?
उत्तर: नहीं, एफडी की अवधि पूरी होने से पहले आंशिक निकासी की अनुमति नहीं होती है।
प्रश्न 3: क्या NSC में टैक्स लाभ मिलता है?
उत्तर: हां, एनएससी में निवेश पर आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत टैक्स छूट मिलती है।
प्रश्न 4: पोस्ट ऑफिस FD का न्यूनतम कार्यकाल क्या है?
उत्तर: पोस्ट ऑफिस एफडी का न्यूनतम कार्यकाल 1 वर्ष है।