
उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में लगभग तीन लाख राशन कार्ड धारकों के लिए मुफ्त अनाज योजना पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। सरकार द्वारा पात्र गृहस्थी राशन कार्ड धारकों को प्रति यूनिट प्रति माह 5 किलोग्राम की दर से मुफ्त अनाज प्रदान किया जाता है। हालांकि, ई-केवाईसी (इलेक्ट्रॉनिक नो योर कस्टमर) प्रक्रिया पूरी न करने के कारण, इन लाभार्थियों को इस सुविधा से वंचित होना पड़ सकता है।
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ई-केवाईसी प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य फर्जी राशन कार्डों को समाप्त करना और वास्तविक लाभार्थियों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाना है। इसलिए, सभी राशन कार्ड धारकों के लिए यह आवश्यक है कि वे समय पर अपनी ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करें, ताकि वे मुफ्त राशन सुविधा से वंचित न हों।
ई-केवाईसी की अनिवार्यता
सरकार ने सभी राशन कार्ड धारकों के लिए ई-केवाईसी प्रक्रिया को अनिवार्य किया है। इसका उद्देश्य फर्जी राशन कार्डों को समाप्त करना और वास्तविक लाभार्थियों तक राशन पहुंचाना है। ई-केवाईसी प्रक्रिया के माध्यम से लाभार्थियों की पहचान को सत्यापित किया जाता है, जिससे सुनिश्चित होता है कि सरकारी योजनाओं का लाभ सही व्यक्तियों तक पहुंचे।
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इटावा में ई-केवाईसी की वर्तमान स्थिति
इटावा जिले में कुल 11,76,714 उपभोक्ता पात्र गृहस्थी राशन कार्डों पर दर्ज हैं, जिन्हें हर महीने 5 किलोग्राम राशन मिलता है। इन उपभोक्ताओं के कुल 2,90,558 राशन कार्ड हैं। हालांकि, इनमें से 3,01,673 उपभोक्ताओं ने अभी तक अपनी ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी नहीं की है, जिससे उनके मुफ्त राशन पर संकट उत्पन्न हो सकता है।
विभागीय प्रयास और चुनौतियाँ
जिला पूर्ति अधिकारी सीमा त्रिपाठी के अनुसार, विभाग द्वारा लगातार उपभोक्ताओं से ई-केवाईसी कराने की अपील की जा रही है। इसके बावजूद, लगभग 26% उपभोक्ताओं ने अभी तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं की है। ई-केवाईसी के लिए उपभोक्ताओं को संबंधित राशन वितरण की दुकान पर जाकर अपना अंगूठा लगाकर प्रक्रिया पूरी करनी होती है। साथ ही, आधार कार्ड को भी राशन कार्ड के साथ लिंक कराना आवश्यक है।
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समयसीमा और संभावित प्रभाव
सरकार ने राशन कार्ड धारकों को ई-केवाईसी कराने के लिए 15 फरवरी 2025 तक का समय दिया था। इस समयसीमा के बाद, ई-केवाईसी न कराने वाले लाभार्थियों के राशन कार्ड निरस्त किए जा सकते हैं, जिससे वे मुफ्त राशन सुविधा से वंचित हो सकते हैं। इसलिए, सभी लाभार्थियों के लिए यह आवश्यक है कि वे जल्द से जल्द अपनी ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करें।
अन्य जिलों की स्थिति
इटावा के अलावा, उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में भी ई-केवाईसी न कराने के कारण लाखों राशन कार्ड धारकों पर संकट मंडरा रहा है। उदाहरण के लिए, गोरखपुर जिले में लगभग 6.62 लाख यूनिट्स की ई-केवाईसी अभी तक नहीं हुई है।
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ई-केवाईसी प्रक्रिया कैसे करें?
ई-केवाईसी प्रक्रिया को पूरा करने के लिए निम्नलिखित कदम उठाए जा सकते हैं:
- ऑनलाइन माध्यम: लाभार्थी घर बैठे ऑनलाइन माध्यम से भी ई-केवाईसी कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें आधिकारिक पोर्टल पर जाकर आवश्यक विवरण भरने होंगे।
- राशन डीलर के माध्यम से: लाभार्थी अपने नजदीकी राशन डीलर के पास जाकर भी ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें राशन कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड (वैकल्पिक), वोटर आईडी (वैकल्पिक), पासपोर्ट (वैकल्पिक), और बैंक पासबुक की आवश्यकता होगी।