
रिटायरमेंट (Retirement) एक ऐसा पड़ाव होता है, जिसका सपना हर वर्किंग इंसान देखता है। यह वह समय होता है जब सालों की मेहनत, सेविंग्स और योजनाएं रंग लाती हैं। लेकिन सोचिए अगर कोई सिर्फ 2 साल की नौकरी के बाद ही रिटायर हो जाए और उसे ज़िंदगीभर के लिए पेंशन (Pension) मिलने लगे? यह सुनने में जितना अविश्वसनीय लगता है, उतना ही वास्तविक है। रूस (Russia) में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां एक 23 वर्षीय युवक ने कम उम्र में रिटायर होकर सबको चौंका दिया है।
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पावेल स्टेपचेंको की यह अनोखी रिटायरमेंट स्टोरी न सिर्फ हैरान करती है बल्कि रूस के विशेष कानूनों की झलक भी देती है। ऐसे मामलों से यह प्रश्न भी उठता है कि क्या इस तरह की नीतियां अन्य देशों में भी लागू की जा सकती हैं? या फिर यह सिस्टम के लिए एक दीर्घकालिक चुनौती है?
पावेल स्टेपचेंको: रूस के सबसे कम उम्र में रिटायर होने वाले शख्स
पावेल स्टेपचेंको (Pavel Stepchenko) नाम के इस युवक ने केवल 23 साल की उम्र में रिटायरमेंट ले लिया है। इसके साथ ही वह रूस के सबसे कम उम्र के पेंशन पाने वाले व्यक्ति बन गए हैं। अब उनका नाम नेशनल रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है। यह कहानी उन तमाम लोगों के लिए चौंकाने वाली है जो सोचते हैं कि पेंशन सिर्फ 60 साल की उम्र के बाद ही मिल सकती है।
16 साल की उम्र में चुना करियर का अलग रास्ता
पावेल ने महज 16 वर्ष की उम्र में रूस के इंटर्नल अफेयर्स मंत्रालय (Russian Ministry of Internal Affairs) के एक विशेष स्कूल में दाखिला लिया था। इस स्कूल में 5 साल तक उन्हें कड़ी ट्रेनिंग दी गई। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद उन्होंने इंटरनल अफेयर्स सिस्टम के एक विभाग में काम करना शुरू कर दिया।
सिर्फ दो साल की नौकरी के बाद लिया रिटायरमेंट
ट्रेनिंग के बाद पावेल ने केवल 2 साल ही नौकरी की और 23 साल की उम्र में रिटायरमेंट के लिए आवेदन कर दिया। यह निर्णय सुनने में हैरान करता है, लेकिन यह रूस के एक विशेष कानून के तहत पूरी तरह वैध है।
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क्या है रूस का रिटायरमेंट से जुड़ा कानून?
रूस में एक विशेष कानून है जो मार्शल लॉ (Martial Law) के दौरान सेवाएं देने वाले कर्मचारियों को अतिरिक्त सेवा क्रेडिट प्रदान करता है। इस कानून के अनुसार, यदि कोई कर्मचारी मार्शल लॉ की स्थिति में काम करता है तो उसकी एक महीने की नौकरी को तीन महीने की सर्विस के बराबर गिना जाता है।
पावेल ने भी ऐसे ही कठिन हालातों में ड्यूटी निभाई थी। इस कारण, केवल 2 वर्षों की नौकरी को 6 वर्षों की सर्विस क्रेडिट के बराबर मान लिया गया। इस तरह उन्होंने पेंशन के लिए आवश्यक न्यूनतम सेवा अवधि को बहुत जल्दी पूरा कर लिया।
28 नवंबर 2023 को किया आवेदन, तुरंत मंजूरी
पावेल ने 28 नवंबर 2023 को रिटायरमेंट के लिए आवेदन किया था, जिसे रूस सरकार ने मंजूर कर लिया। इसके बाद उन्हें पूरी तरह से पेंशन मिलने लगी।
सोशल प्रोटेक्शन सिस्टम पर उठे सवाल
रूस की सरकारी मीडिया पावेल की कहानी को देश के मज़बूत सोशल प्रोटेक्शन सिस्टम (Social Protection System) का उदाहरण मान रही है। यह सिस्टम उन कर्मचारियों को आर्थिक सुरक्षा देता है जिन्होंने कठिन परिस्थितियों में सेवा दी हो। लेकिन कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के कानून सिस्टम को असंतुलित बना सकते हैं और लंबे समय में वित्तीय बोझ बढ़ा सकते हैं।
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क्या है सोशल प्रोटेक्शन सिस्टम?
सोशल प्रोटेक्शन सिस्टम का उद्देश्य समाज के उन वर्गों को सुरक्षा देना होता है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं या विशेष परिस्थितियों में काम कर चुके हैं। इसमें पेंशन, हेल्थ इंश्योरेंस और अन्य सरकारी सहायता योजनाएं शामिल होती हैं।
युवा पीढ़ी के लिए क्या है सबक?
पावेल की कहानी से यह बात सामने आती है कि अगर सही योजना और परिस्थितियां हों, तो कम उम्र में भी जीवन को सुरक्षित किया जा सकता है। हालांकि यह मामला खास परिस्थितियों में हुआ है, लेकिन यह युवाओं को समय से करियर और फाइनेंशियल प्लानिंग शुरू करने की प्रेरणा देता है।