अगर आप भी बैंक अकाउंट में मिनिमम बैलेंस बनाए रखने की चिंता करते थे, तो आपके लिए एक राहत की खबर है। अब आपको इस चिंता से मुक्ति मिल सकती है। भारत के चार प्रमुख सरकारी बैंकों ने अपने सेविंग अकाउंट्स में मिनिमम बैलेंस बनाए रखने का नियम खत्म कर दिया है। इससे लाखों ग्राहक, खासकर छात्रों, सीनियर सिटिजन्स और छोटे शहरों के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।

इन चार प्रमुख बैंकों में भारतीय स्टेट बैंक (SBI), इंडियन बैंक, केनरा बैंक और पंजाब नेशनल बैंक (PNB) शामिल हैं। इन बैंकों ने इस निर्णय से यह स्पष्ट कर दिया है कि अब सेविंग अकाउंट्स के लिए न्यूनतम बैलेंस रखने की कोई आवश्यकता नहीं होगी। साथ ही, अगर आपके अकाउंट में कम बैलेंस होता है, तो आपको कोई पेनाल्टी भी नहीं चुकानी पड़ेगी।
SBI (स्टेट बैंक ऑफ इंडिया) ने 2020 में किया था बदलाव
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने पहले ही 2020 में सेविंग अकाउंट्स पर मिनिमम बैलेंस की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया था। इसके बाद, SBI के सभी सेविंग अकाउंट होल्डर्स को राहत मिली, क्योंकि अब उन्हें खाते में किसी न्यूनतम राशि को बनाए रखने की आवश्यकता नहीं है। इससे पहले, अगर ग्राहकों का बैलेंस कम हो जाता था, तो उन पर पेनाल्टी लगाई जाती थी। लेकिन इस बदलाव के बाद, अब SBI के ग्राहक बिना किसी चिंता के अपनी राशि का उपयोग कर सकते हैं, चाहे उनका बैलेंस कम हो या अधिक।
इंडियन बैंक ने भी लिया बड़ा निर्णय
अब इंडियन बैंक ने भी अपने सेविंग अकाउंट होल्डर्स को राहत देते हुए, इस नियम को समाप्त कर दिया है। भारतीय बैंक के अधिकारियों के अनुसार, अब इंडियन बैंक में सेविंग अकाउंट रखने वालों को किसी न्यूनतम बैलेंस को बनाए रखने की आवश्यकता नहीं होगी। यह फैसला बैंक के ग्राहकों के लिए एक बड़ी सुविधा साबित होगा, क्योंकि अब उन्हें महीने के अंत तक किसी विशेष राशि को जमा करने के लिए संघर्ष नहीं करना पड़ेगा।
केनरा बैंक का फैसला
केनरा बैंक ने मई 2025 में घोषणा की कि अब उसके सभी सेविंग अकाउंट्स – चाहे वह रेगुलर, सैलरी अकाउंट हो या NRI अकाउंट हो – पर मिनिमम बैलेंस की आवश्यकता नहीं होगी। बैंक ने यह भी स्पष्ट किया कि अब ग्राहकों को उन पर लगने वाले पेनाल्टी शुल्क से भी राहत मिलेगी। इससे खासतौर पर छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों के ग्राहकों को फायदा होगा, जहां मासिक आय उतनी ज्यादा नहीं होती कि वे नियमित रूप से मिनिमम बैलेंस बनाए रख सकें।
पंजाब नेशनल बैंक का कदम
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने भी हाल ही में यह घोषणा की है कि अब PNB के ग्राहक अगर मिनिमम एवरेज बैलेंस (MAB) नहीं रखते हैं, तो उनसे कोई पेनाल्टी नहीं ली जाएगी। पहले PNB में यह पेनाल्टी उस कमी के अनुसार लगाई जाती थी, यानी जितना बैलेंस कम होता था, उतना ही ज्यादा चार्ज लगता था। लेकिन अब इस नए निर्णय के बाद PNB के ग्राहक इस प्रकार के चार्ज से मुक्त हो जाएंगे।
लाखों ग्राहकों को मिलेगी राहत
यह कदम लाखों ग्राहकों के लिए राहत लेकर आएगा, खासतौर पर उन लोगों के लिए जिनके लिए बैंक अकाउंट में नियमित रूप से मिनिमम बैलेंस बनाए रखना मुश्किल होता था। छात्रों, सीनियर सिटिजन्स और छोटे शहरों के लोगों के लिए यह फैसला बहुत लाभकारी साबित होगा। खासतौर पर छात्रों के लिए यह निर्णय एक बड़ा वरदान साबित होगा, क्योंकि वे अपनी छोटी-सी बचत को बिना किसी चिंता के अपने अकाउंट में रख सकेंगे।
इसके अतिरिक्त, इस बदलाव से उन लोगों को भी फायदा होगा, जो छोटे व्यवसाय चलाते हैं और जिनके पास सीमित धन होता है। इससे अब उन्हें महीने के अंत तक किसी विशिष्ट बैलेंस को बनाए रखने का दबाव नहीं होगा।