सोलर पैनल की कीमत 4 साल के बिल जितनी, उसके बाद फ्री बिजली, जानें 5 जरूरी सवालों के जवाब

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Written byRohit Kumar

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सोलर पैनल की कीमत 4 साल के बिल जितनी, उसके बाद फ्री बिजली, जानें 5 जरूरी सवालों के जवाब
सोलर पैनल

सोलर पैनल सौर ऊर्जा से बिजली का उत्पादन करने के लिए जाने जाते हैं, इनके द्वारा पर्यावरण के अनुकूल ही बिजली बनाई जाती है। उपभोक्ताओं के मन में सोलर पैनल से जुड़े कुछ सवाल रहते हैं, जिनके जवाब हम आपको प्रदान करेंगे। सोलर पैनल को स्थापित करने के लिए सरकारी सब्सिडी प्राप्त कर कम कीमत में इन्हें लगाया जा सकता है, ऐसे में सही मेंटनेस एवं सर्विसिंग प्रदान करने वाली कंपनी के उपकरणों का ही प्रयोग करना चाहिए।

सोलर पैनल से जुड़े 5 जरूरी सवालों के जवाब

सोलर पैनल के प्रयोग से कई प्रकार के लाभ उपभोक्ता को प्राप्त होते हैं, इनके प्रयोग से बिजली की जरूरतों को आसानी से पूरा किया जा सकता है, साथ ही बिजली बिल को कम किया जा सकता है। इनसे जुड़े सवालों का जवाब जान कर आप सही सोलर पैनल का चयन कर सकते हैं।

सोलर पैनल की कीमत में अंतर देखा जा सकता है, ऐसे में किस रूफटॉप सोलर को खरीदें?

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बाजार में मुख्य रूप से टियर-2, टियर-3 प्रकार के सोलर प्रोडक्ट आते हैं, सोलर पैनल की कीमतों में 10% से 15% तक का अंतर रहता है। सोलर पैनल खरीदने से पहले सेल की सर्विसिंग की जानकारी का होना जरूरी है, कई कंपनियां सर्विसिंग एवं मेंटनेंस में फाइनेंस की सुविधा नहीं देती है, इसलिए फाइनेंस देने वाले कंपनी के ही उपकरणों को खरीदना चाहिए।

यदि 1 Kw का सोलर सिस्टम लगा हो, तो उसे 3 Kw के सोलर में कैसे लगाएं, सिस्टम की क्षमता कैसे बढ़ाएं?

सोलर सिस्टम की क्षमता को बढ़ाने के लिए बिजली कनेक्शन की कैपिसिटी को बढ़ाया जाता है, कुछ राज्यों में यह प्रक्रिया ऑनलाइन रहती है। ऐसे में आसानी से कनेक्शन अपडेट हो जाता है, जहां ऑनलाइन प्रक्रिया नहीं है, वहाँ ऑफलाइन प्रक्रिया से क्षमता को बढ़ाया जा सकता है।

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क्या सोलर पैनल सर्दियों एवं बारिश के मौसम में भी बिजली बनाते हैं?

सोलर सिस्टम को यदि ऑनग्रिड स्थापित किया जाए तो ऐसे सिस्टम में बैटरी नहीं लगाई जाती है, ऐसे सिस्टम में ग्रिड की बिजली का प्रयोग किया जाता है। ऐसे में बिल कम होता है, और सोलर पैनल खराब मौसम में भी बिजली का उत्पादन करते हैं, लेकिन ऐसे में कम बिजली प्राप्त होती है।

भारत में अनेक कंपनियां बैटरी यूज नहीं करती हैं, इसका क्या कारण है?

बैटरी में मुख्यतः मेंटनेंस और कीमत में बढ़त रहती हैं, भारत में सोलर बैटरी की कीमत बहुत सेन्सटीव रहती है, अनेक कंपनियों में बैटरी की कीमत 50% रहती है। बैटरी के प्रयोग से पावर बैकअप किया जाता है, बैटरी को ऑफग्रिड प्रकार के सोलर सिस्टम में लगाया जाता है। बैटरी के प्रयोग से बिजली की जरूरतों को आसानी से पूरा कर सकते हैं, एवं बिजली बिल को कम कर सकते हैं।

सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी कितनी रहती है?

सरकार द्वारा नागरिकों को पीएम सूर्यघर मुफ़्त बिजली योजना को शुरू किया गया है, इस योजना के माध्यम से देश के 1 करोड़ परिवारों के घरों की छत पर सोलर पैनल लगाया जाता है, सब्सिडी के लिए ऑनग्रिड प्रकार का सोलर सिस्टम लगाया जाता है, 1 किलोवाट पर 30 हजार, 2 किलोवाट पर 60 हजार एवं 3 से 10 किलोवाट के सोलर सिस्टम पर 78 हजार रुपये की सब्सिडी प्रदान की जाती है। इसे ऑनलाइन एवं ऑफलाइन आवेदन से प्राप्त कर सकते हैं।

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