अब टाटा देगी पूरे देश को सस्ती बिजली! जानिए नई तकनीक से कैसे मिलेगा सस्ती बिजली का अपडेट!

टाटा की दमदार तकनीक से अब महंगी बिजली का दौर खत्म! जानिए वो चौंकाने वाला नया तरीका जिससे आपके बिल होंगे आधे और पॉवर सप्लाई होगी दोगुनी। पढ़ें पूरी खबर और जानें कब और कैसे आपके घर पहुंचेगी यह सस्ती बिजली!

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Written byRohit Kumar

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अब टाटा देगी पूरे देश को सस्ती बिजली! जानिए नई तकनीक से कैसे मिलेगा सस्ती बिजली का अपडेट!
अब टाटा देगी पूरे देश को सस्ती बिजली! जानिए नई तकनीक से कैसे मिलेगा सस्ती बिजली का अपडेट!

Tata Power-DDL ने देश का पहला Micro Substation रोलआउट कर सस्ती बिजली का सपना अब हकीकत में बदलने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। यह क्रांतिकारी पहल जापान की टेक कंपनी Nissin Electric के साथ मिलकर विकसित की गई अरब की पहली सफल तकनीक पर आधारित है। हाल ही में Sector 22, Rohini, North Delhi में इसका सफल ट्रायल पूरा कर लिया गया है, जिसमें 20–30 घरों को 66 kV हाई-वोल्टेज ट्रांसमिशन लाइन से सीधे कम-वोल्टेज (240 V) बिजली उपलब्ध कराई जा रही है (dailypioneer.com) । इस पहल का अगला चरण पूरे देश में rural और urban remote इलाकों में विस्तारित करने की योजना है।

ज़मीनी हकीकत ट्रायल से मिली सफलता

23 जून 2025 को CNBC Awaaz से बातचीत में Tata Power-DDL के चेयर टेक्निकल सर्विसेज H.C. शर्मा ने इस तकनीकी क्रांति की बारीकियों पर प्रकाश डाला। उनका कहना था कि इस Micro Substation की लागत पारंपरिक substations से करीब 95% तक कम है, जो बिजली वितरण की लागत को भारी रूप से घटाएगी । ट्रायल के हिस्से में 20–30 परिवारों को बिजली सप्लाई की जा रही है, और इसे भविष्य में 50–60 घरों तक विस्तार दिया जा सकेगा । इस तकनीक की त्वरित स्थापना और Maintenance की सहजता छोटे नेटवर्क की क्षमताओं को भी बढ़ाएगी।

जानें टेक्नॉलिजी क्या है और कैसे काम करती है

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यह Micro Substation खासकर Power Voltage Transformer (PVT) पर आधारित है, जो हाई-वोल्टेज (66,000 V) ट्रांसमिशन लाइन से सीधे कम-वोल्टेज (240 V) बिजली में कन्वर्ट करता है। इस तकनीक की वजह से पारंपरिक सबस्टेशनों की तुलना में इन्फ्रास्ट्रक्चर लागत, संचालन खर्च और ट्रांसफॉर्मर लोस कम हो जाते हैं। ऊर्जा दक्षता बढ़ने से बिजली वितरण अधिक सस्ता, भरोसेमंद और पर्यावरण-मित्रवत बनता है (business-standard.com) । जापान की New Energy and Industrial Technology Development Organization (NEDO) के अंतर्राष्ट्रीय demonstration प्रोजेक्ट के अंतर्गत यह पहल शुरू हुई थी—जिसका ऑगस्ट 2024 में Project Agreement हुआ था (money.rediff.com) ।

क्यों है ग्रामीण और दूरदराज इलाकों के लिए गेम‑चेंजर?

भारत में कई दूरदराज और ग्रामीण क्षेत्रों में लंबे ट्रांसमिशन लाइन निर्माण और maintenance की वजह से बिजली वितरण महँगा और थकाऊ रहा है। Micro Substation इस चुनौती को टैक्नोलॉजिकल रूप में टालता है। इसके माध्यम से छोटे sized substations स्थानीय रूप से स्थापित किए जा सकते हैं, जिससे बिजली पहुंचाना सरल, तेज और किफायती बन सकेगा। इसके अलावा, यह Remote इलाकों में व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाओं और डिजिटल कनेक्टिविटी की संभावनाएं बढ़ाने में अहम भूमिका अदा करेगा ।

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अब अगले चरण में क्या होगा?

Tata Power-DDL और Nissin Electric ने इस सफल ट्रायल के बाद Micro Substation को देश के अन्य हिस्सों में deploy करने की रणनीति बनाई है। अगले महीनों में metropolitan एरियाज़ और ग्रामीण इलाकों में Phased Roll‑Out की उम्मीद है। इसका उद्देश्य बिजली वितरण की इकॉनमी को मजबूत करना और ग्रामीण विकास को गति देना है।

Renewable Energy और ग्रिड आधुनिकता का मेल

यह PVT‑based Micro Substation तकनीक Renewable Energy (जैसे सोलर और विंड) के साथ भी इंटीग्रेट की जा सकेगी। इससे Hybrid Grid मॉडल बनेंगे, जहाँ renewables, distributed generation और smart grid सस्टेनेबिलिटी को बढ़ावा देंगे। भारत के ambitious एनर्जी ट्रांजिशन के लक्ष्यों के अनुरूप यह पहल आधुनिक ग्रिड को decentralized, resilient और इको‑फ्रेंडली बनाने में सहायक होगी।

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