
दुनिया भर में कॉफी (Coffee) सबसे अधिक पसंद की जाने वाली ड्रिंक्स में से एक है। भारत में भी लाखों लोग दिन की शुरुआत एक कप गर्म कॉफी के साथ करते हैं। यह न केवल ऊर्जा का अहसास कराती है बल्कि फोकस और कॉन्सनट्रेशन को भी बेहतर बनाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यही कॉफी, यदि गलत तरीके से या गलत मात्रा में ली जाए, तो दिल की नसों में ब्लॉकेज (Heart Artery Blockage) का कारण बन सकती है? विशेषज्ञों का मानना है कि बिना फिल्टर की कॉफी पीने से शरीर में कुछ हानिकारक तत्व जमा हो सकते हैं जो कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ को प्रभावित करते हैं।
जब हम फिल्टर के बिना उबली हुई कॉफी का सेवन करते हैं, तो उसमें कैफेस्टोल (Cafestol) और काह्वेओल (Kahweol) जैसे तत्व बने रहते हैं। ये तत्व शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) के स्तर को बढ़ाते हैं, जिससे दिल की नसों में ब्लॉकेज का खतरा बढ़ जाता है। लंबे समय तक ऐसी कॉफी पीने से दिल के दौरे और स्ट्रोक का जोखिम भी बढ़ सकता है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि कॉफी पीते समय हमेशा पेपर फिल्टर या किसी अन्य प्रकार के फिल्टर का इस्तेमाल करें जिससे इन हानिकारक तत्वों को हटाया जा सके।
जरूरत से ज्यादा कॉफी का सेवन बढ़ा सकता है हार्ट अटैक का रिस्क
कॉफी में मौजूद कैफीन (Caffeine) शरीर को सतर्क और ऊर्जावान बनाता है, लेकिन इसकी अधिकता से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। अगर आप दिन भर में 2-3 कप से ज्यादा कॉफी पीते हैं, तो यह आपके हृदय पर दबाव डाल सकता है। अत्यधिक कैफीन से ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) बढ़ सकता है और हार्टबीट (Heart Beat) तेज हो सकती है।
यह स्थिति अगर लंबे समय तक बनी रहे, तो दिल की धमनियों पर लगातार दबाव पड़ता है और वह सख्त या ब्लॉक हो सकती हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि एक स्वस्थ व्यक्ति को दिन में 2 कप से अधिक कॉफी नहीं लेनी चाहिए, खासकर अगर उसे पहले से ही हाई ब्लड प्रेशर, एंजाइना या किसी अन्य हार्ट कंडीशन का इतिहास है।
कॉफी में मिलाई गई ज्यादा चीनी भी है एक छुपा खतरा
कई लोग कॉफी का स्वाद बढ़ाने के लिए उसमें अधिक चीनी (Sugar) और हाई फैट क्रीमर (High-Fat Creamer) मिलाते हैं। हालांकि इसका स्वाद मन को भा सकता है, लेकिन स्वास्थ्य पर इसका असर नकारात्मक हो सकता है। ज्यादा चीनी और सैचुरेटेड फैट्स आर्टरिज में ट्राइग्लिसराइड्स (Triglycerides) और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाते हैं, जिससे ब्लड वेसल्स में सूजन और प्लाक जमा होने की संभावना बढ़ जाती है।
ऐसे में यह आदत धीरे-धीरे दिल की धमनियों को ब्लॉक करने की ओर ले जाती है और अचानक हार्ट अटैक का कारण बन सकती है। अगर आपको कॉफी पसंद है, तो इसे बिना चीनी या कम शक्कर के लें और हेल्दी प्लांट-बेस्ड मिल्क का उपयोग करें।
खाली पेट कॉफी पीना शरीर और दिल दोनों के लिए है हानिकारक
सुबह खाली पेट कॉफी पीना एक आम आदत है, खासकर उन लोगों के बीच जो वर्क फ्रॉम होम या सुबह जल्दी उठकर काम की शुरुआत करते हैं। हालांकि, यह आदत पेट और दिल दोनों के लिए हानिकारक हो सकती है। खाली पेट कॉफी पीने से गैस्ट्रिक एसिड (Gastric Acid) का स्तर बढ़ जाता है, जिससे डाइजेशन खराब होता है और पेट में जलन या अल्सर की समस्या हो सकती है।
इसके अलावा, खाली पेट कैफीन लेने से स्ट्रेस हार्मोन (Cortisol) का स्तर भी बढ़ जाता है, जिससे हृदय गति तेज हो सकती है और दिल पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। यदि यह आदत लगातार जारी रहे, तो यह दिल की धमनियों पर असर डालती है और उन्हें कमजोर या ब्लॉक कर सकती है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि कॉफी का सेवन हमेशा कुछ खाने के बाद ही किया जाना चाहिए।
कॉफी पीने की आदत बन सकती है धीमा ज़हर अगर न रखें सतर्कता
कॉफी का सेवन अपने आप में कोई नुकसानदायक आदत नहीं है, लेकिन जब यह गलत तरीकों से किया जाता है—बिना फिल्टर के, ज्यादा मात्रा में, खाली पेट या अधिक चीनी के साथ—तो यह धीरे-धीरे आपके हृदय स्वास्थ्य को बिगाड़ सकती है। आज की तेज रफ्तार जिंदगी में लोग स्ट्रेस कम करने या एनर्जी पाने के लिए कॉफी का सहारा लेते हैं, लेकिन अगर यह आदत लापरवाही में बदल जाए, तो गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि हर इंसान को अपने शरीर की प्रतिक्रिया को समझते हुए ही कैफीन का सेवन करना चाहिए और समय-समय पर हार्ट हेल्थ की जांच करानी चाहिए। जरूरी है कि लोग कॉफी से जुड़ी इन छोटी-छोटी बातों पर ध्यान दें और अपनी जीवनशैली में जरूरी सुधार करें।