एडवांस सोलर AC से बैटरी के बगैर ही एसी को चलाकर गर्मी से मुक्ति पाए

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एडवांस सोलर सिस्टम से बिना बैटरी के सोलर AC चलाएं

एडवांस सोलर सिस्टम से AC चलाना

कुछ लोग अपने महंगे बिजली के बिलों से परेशान है एवं पर्यावरण के अनुकूल एनर्जी के स्त्रोत को इस्तेमाल में लाकर अपनी एनर्जी की नीड की पूर्ति करना चाह रहे है। ऐसे लोगो को सोलर एनर्जी के बारे में सोचना चाहिए। आज के लेख में आपको एक एडवांस 1.2 kW के सोलर सिस्टम की जानकारी देंगे जोकि अपने घर के एसी को बैटरी के बगैर ही चला पायेगा।

1 kW का एडवांस सोलर सिस्टम

मार्केट में मिल रहे सामान्य इन्वर्टर के मुकाबले 1.2 kW का एडवांस सोलर सिस्टम काफी अलग होता है। यह अपनी शक्तिशाली तकनीक की मदद से एसी, फ्रिज, कूलर, पंखा, मोटर एवं वाशिंग मशीन आदि को बगैर दिक्कत के चला पाएंगे। यह सिस्टम बैटरी के बगैर अथवा 1 बैटरी पर कार्य कर पाएगा और ये परंपरागत बैटरी के मुकाबले अधिक उन्नत रहता है। यह पूरे 30 वर्षो के लिए सर्विस देने को तैयार किया गया है इसमें 20 वर्षो तक फ्री रखरखाव का फायदा मिलेगा।

1.2 kW के सोलर सिस्टम के फायदे

आपको सोलर सिस्टम बैटरी के साथ एवं इसके बगैर चलाने का विकल्प मिलेगा। ये लिथियम, लेड एसिड अथवा SMF बैटरी के साथ उपर्युक्त है। ये इन्वर्टर रिमोट मॉनिटरिंग कैपेसिटी के साथ आ रहा है जोकि एक अन्य शहर से आपके शहर में तत्काल मोनिटर हो सकेगा। किसी प्रकार के रखरखाव के बगैर इन्वर्टर की उम्र न्यूनतम 20 साल रहेगी। एक 1 kW सोलर सिस्टम से आपको हर महीने 4 से 5 यूनिट बिजली मिल सकेगी जोकि बिजली के बिल में कमी करेगा।

सोलर सिस्टम में रख रखाव का खर्चा भी कम है। एक सोलर पैनल की आयु काफी अधिक होती है और इनको न्यूनतम रखरखाव चाहिए होता है। केंद्र एवं राज्य सरकारों की तरफ से सोलर सिस्टम लगाने पर कीमत में कमी लाने एवं निवेश पर तुरंत रिटर्न देने को सब्सिडी एवं अन्य फायदे मिलते है। जिन लोगो के यहां कम टाइम में हैवी लोड रहता है एवं उनको बार बार बैटरी को बदलना पड़ता है। इससे ग्राहक को मौसम की दशा की चिंता के बगैर ही एक बैटरी से पूरे घर के लोड को एक ही बैटरी से संभालने का फायदा मिल जाता है।

1KVA MPPT सोलर इन्वर्टर

ये एक MPPT सोलर इन्वर्टर होता है जोकि सोलर पैनलों से बिजली को AC में बदलने का काम कर पाता है जोकि घर एवं कार्यस्थल में इस्तेमाल को उपर्युक्त है। ये इन्वर्टर 1 kW बिजली को पैदा कर सकेगा जोकि एक छोटे घर अथवा कार्यस्थल के लिए काफी है। इसमें अधिकतम 1 kW का सोलर पैनल जोड़ पाएंगे जिससे 800 वाट तक का लोड सम्हाल जायेगा। इस इन्वर्टर में बैटरी को लगाना जरूरी होगा जोकि इसको अधिक फायदेमंद बनाता है।

इन्वर्टर की विशेषता है कि इससे आपको सिर्फ 24 वोल्ट के पैनल को ही जोड़ने का मौका मिलेगा। अधिक बिजली की जरूरत के आप और पैनल जोड़कर पूरी कर सकेंगे। इस इन्वर्टर को तकनीकी क्षमता के साथ ही ग्राफिक डिस्प्ले को लेकर प्रसिद्धि मिली है जिससे ग्राहक को काफी जरूरी डीटेल्स मिलती है। ये इन्वर्टर घर के एसी समेत काफी बड़े उपकरण चला पाएगा। इन्वर्टर की SPV रेंज 300 वोल्ट एवं पावर फैक्टर 1 है जोकि एनर्जी दक्षता को प्रदर्शित करता है।

AC एवं DC से अनुकूलता

यह सिस्टम ग्राहक को AC आउटपुट एवं इनपुट के भिन्न-भिन्न ग्रेड की परमिशन प्रदान करता है। ऐसे ग्राहक को इसको ग्रिड से जोड़े रखने अथवा डायरेक्ट सोलर पैनलों से जोड़ने का फायदा देता है। ये डायरेक्ट सोलर पैनलों को लगाने में एक सॉकेट समेत आ रहा है जिसमे आपको सोलर प्लग एवं सोलर माइनर जोड़ना है। इसमें 24, 48 एवं 48 वोल्ट के पैनलों को लगाने का मौका मिलेगा।

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Nexus3 बाइफेशियल सोलर पैनल

नेक्सस 3 बाईफेशियल पैनल 580 वाट की उच्च ऊर्जा क्षमता में आ रहा है जोकि उनको मार्केट में मौजूद अधिकाश सोलर पैनलों से अधिक शक्तिशाली बनाता है। यह पैनल उन्नत टॉपकॉन तकनीक से युक्त है जोकि धीमी रोशनी पावर पैदाइश को अधिकतम कर देता है। इस तकनीक का प्रमुख फायदा यह होगा कि ये पैनलों को बादल के समय में अथवा सुबह शाम में भी पावर पैदा करने की क्षमता देता है।

पावर आउटपुट एवं एसी लोड क्षमता

जिस समय 4 नेक्सस3 बईफेशियल पैनलों को एक सीरीज में जोड़ा जाता है तब 2,200 वाट तक पावर पैदा हो पायेगी। इस वजह से एक दिन में 10 यूनिट तक बिजली पैदा होने लगेगी जोकि घर के कामों में पर्याप्त है। इससे सभी बड़े घरेलू चल सकेंगे जैसे 1 से 1.5 टन तक की कैपेसिटी के सोलर AC। इस कंपनी के बाइफेशियल पैनल सिस्टम बैटरी समेत कार्य कर पाते है। यहां लेड एसिड एवं लिथियम बैटरी में से चुन सकेंगे जोकि बैटरी चुनाव से जरूरत पूर्ति का फायदा देगा।

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हाइब्रिड सिस्टम की क्षमता

इस प्रकार के सोलर सिस्टम से आपको सोलर एनर्जी एवं ग्रिड एनर्जी के मध्य स्मार्ट स्विचिंग का फायदा मिलेगा। जैसे, यदि घर में 800 वाट का लोड है किंतु सोलर पैनलों से सिर्फ 200 वाट ही पावर जेनरेट हो रही है तो ऐसे में यह सिस्टम 600 वाट की जरूरत को ग्रिड से पूरी कर लेगा। यह पावर की खपत में अहम सेविंग कर देगा।

हाइब्रिड इन्वर्टर से आप पॉवर के स्त्रोत के मध्य चुनाव करने की सुविधा पा सकेंगे। यहां सोलर पावर को प्राथमिक स्रोत की तरफ से चुन सकेंगे और इसके बाद बैटरी अथवा ग्रिड। यह ग्राहक को उसकी पावर खपत को अधिक दक्षता के साथ मेंटेन करने का फायदा देगा।

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By Rohit Kumar

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