भारत का सबसे पावरफुल सोलर पैनल
सोलर एनर्जी को भविष्य की ऊर्जा कहते हैं, इस ऊर्जा से काफी बिजली पैदा कर सकते हैं। सोलर सिस्टम बिजली की जरूरत को अच्छे से पूरा करते हैं। अब पैनलों के निर्माता एडवांस तकनीक के सोलर पैनल बना रहे हैं। देश में सोलर पैनलों की कैपेसिटी के हिसाब से बड़ा मार्केट है। सबसे पावरफुल सोलर पैनल की जानकारी देखें।
जगह के अनुसार सोलर पैनल चुनना
सोलर सिस्टम इंस्टाल करने के लिए सही जगह का चयन करना जरूरी होता है, घरों में मॉर्डन टेक्नोलॉजी के कम क्षमता वाले पैनल लगाने के लिए कम जगह की जरूरत होती है। घर में बिजली की खपत को सही से कैलकुलेट कर के सही क्षमता के सोलर सिस्टम को लगाया जा सकता है। औद्योगिक क्षेत्र में बड़े साइज के सोलर सिस्टम को इंस्टॉल कर सकते हैं जिससे बिजली का बिल कर होता है।
575W की पावर रेटिंग का सोलर पैनल
Loom Solar देश का मुख्य सोलर ब्रान्ड है जो हाई क्वालिटी के पैनलों का निर्माण करता है। कंपनी ने 575 वॉट क्षमता के बाईफेशियल सोलर पैनल को बनाया है। इसकी दक्षता 22% से ज्यादा है, एवं इस पैनल में 144 सेल लगे हैं। ये एडवांस सोलर पैनल कंपनी की शार्क सीरीज में हैं। लूम सोलर इन सोलर पैनल पर 10 साल की प्रोडक्ट वारंटी एवं 25 साल की परफॉर्मेंस वारंटी देती है। कंपनी की वेबसाइट पर इस पैनल का मूल्य 20,250 रुपए है।
सबसे पावरफुल सोलर पैनल
Waaree कंपनी ने 715 वॉट के बाइफेशियल सोलर पैनल को बनाया है, इस पैनल की एफिशिएंसी 22.88% है। इन पैनलों को बड़े स्तर पर सोलर प्लांट में लगाया जा सकता है। वारी की Flexes सीरीज में 685 से 715 वॉट तक पॉवर रेटिंग के पैनल शामिल हैं, ये सोलर पैनल दोनों ओर से बिजली बनाकर 30% अधिक बिजली पैदा कर सकते हैं, इस पर 30 साल की परफॉर्मेंस वारंटी दी गई है।
TopCon सेल टेक्नोलॉजी
TOPCon सेल तकनीक को सोलर पैनलों में सबसे मॉर्डन तकनीक कहा जाता है। इसमें n-टाइप के सोलर सेल रहते हैं जो नेगेटिव फ्लो देते हैं। यह सेल अच्छी एफिशिएंसी के साथ कम रोशनी में भी बिजली बना सकते हैं। सेल के आखिरी भाग में एल्यूमिनियम ऑक्साइड की लेयर रहती है जिससे सेल की दक्षता बेहतर होती है।
TOPCon सेलों में AI203 लेयर पर Si02 की भी लेयर रहती है, जिससे ये एक टनलिंग जंक्शन बनाते हैं। ऐसे में इलेक्ट्रॉन को p-टाइप एमिटर से n-टाइप सबस्ट्रेट तक आसान फ्लो मिलता है। इस तकनीक से बने पैनल का उपयोग लंबे समय तक कर सकते हैं।
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भारत के पॉपुलर सोलर पैनल
- पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल- इनकी कीमत कम होने के कारण सबसे ज्यादा प्रयोग होता है। ये नीले रंग के पैनल होते हैं, इनकी दक्षता कम होती है।
- मोनोक्रिस्टलाइन पैनल- पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल की तुलना में ज्यादा एफिशिएंट होते हैं। ये डार्क नीले या काले रंग के होते हैं। इन्हें लगा कर मजबूत सिस्टम बनाया जा सकता है, इनकी कीमत थोड़ी अधिक रहती है।
- बाइफेशियल पैनल- आधुनिक तकनीक के ये पैनल दोनों ओर से ज्यादा बिजली बनाते हैं, इनकी कीमत अधिक होती है, इनके फायदे भी अधिक रहते हैं।
- थिन-फिल्म सोलर पैनल- ये छोटे डिवाइस को चलाने के लिए सही हैं, लेकिन इनकी दक्षता कम रहती है, कमजोर होने के कारण इनकी लाइफ भी कम रहती है।