NCR क्या है? तीन राज्यों के 24 जिले शामिल, हरियाणा के सबसे ज्यादा – देखें पूरी लिस्ट

NCR क्या है? तीन राज्यों के 24 जिले शामिल, हरियाणा के सबसे ज्यादा – देखें पूरी लिस्ट
NCR क्या है? तीन राज्यों के 24 जिले शामिल, हरियाणा के सबसे ज्यादा – देखें पूरी लिस्ट
NCR क्या है? तीन राज्यों के 24 जिले शामिल, हरियाणा के सबसे ज्यादा – देखें पूरी लिस्ट

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (National Capital Region) यानी एनसीआर भारत का एक विशेष क्षेत्र है, जिसका विस्तार दिल्ली से सटे राज्यों तक होता है। एनसीआर का गठन इसलिए किया गया था ताकि दिल्ली में बढ़ती जनसंख्या और उससे जुड़ी आधारभूत समस्याओं का समाधान किया जा सके। एनसीआर क्षेत्र में उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के कुछ जिले शामिल हैं, जो दिल्ली के आसपास स्थित हैं।

यह भी देखें: पासपोर्ट बनवाते समय ये गलती पड़ी तो महंगी! लग सकता है भारी जुर्माना, जानें बचने का तरीका

एनसीआर में शामिल जिले (NCR Districts)

हरियाणा के एनसीआर जिले (NCR Haryana Districts)

हरियाणा के कुल 14 जिले राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) का हिस्सा हैं। ये जिले निम्नलिखित हैं:

  • गुरुग्राम
  • फरीदाबाद
  • नूंह
  • रोहतक
  • सोनीपत
  • रेवाड़ी
  • झज्जर
  • पानीपत
  • पलवल
  • भिवानी
  • चरखी दादरी
  • महेंद्रगढ़
  • नारनौल
  • जींद

ये जिले कुल 25,327 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल को कवर करते हैं।

उत्तर प्रदेश के एनसीआर जिले (NCR UP Districts)

उत्तर प्रदेश के कुल 8 जिले एनसीआर में शामिल हैं। ये जिले निम्नलिखित हैं:

  • मेरठ
  • गाजियाबाद
  • गौतम बुद्ध नगर
  • बुलंदशहर
  • हापुड़
  • बागपत
  • शामली
  • मुजफ्फरनगर

ये जिले उत्तर प्रदेश के कुल 14,826 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को कवर करते हैं।

यह भी देखें: PM Internship Scheme: बड़ी खुशखबरी! आवेदन की आखिरी तारीख बढ़ी, अब 31 मार्च तक मिलेगा मौका

राजस्थान के एनसीआर जिले (NCR Rajasthan Districts)

राजस्थान के 2 जिले एनसीआर में शामिल हैं। ये जिले हैं:

Also Read

Pi Launch Price in India: Pi Coin की भारत में लॉन्चिंग से मचा तहलका! क्या है इसकी असली कीमत और कितनी होगी कमाई? जानें डिटेल्स

  • अलवर
  • भरतपुर

ये जिले कुल 13,447 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल को कवर करते हैं।

एनसीआर का गठन और उद्देश्य

दिल्ली में साल 1951 के बाद जनसंख्या में निरंतर वृद्धि देखने को मिली। दिल्ली में रोजगार और बेहतर जीवनशैली के कारण बड़ी संख्या में लोग बसने लगे, जिससे शहर में भीड़भाड़, ट्रैफिक और आधारभूत संरचना पर दबाव बढ़ने लगा। इन समस्याओं का समाधान खोजने के लिए 1956 में “अंतरिम सामान्य योजना” में सुझाव दिया गया कि दिल्ली से सटे बाहरी क्षेत्रों को शामिल कर एक योजना बनाई जाए।

इसके बाद संसद द्वारा ‘राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्रीय योजना बोर्ड अधिनियम’ के अंतर्गत एनसीआर योजना बोर्ड का गठन किया गया। इस बोर्ड का मुख्य उद्देश्य दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्रों के समुचित विकास को सुनिश्चित करना था ताकि राजधानी में भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।

एनसीआर क्षेत्र के फायदे

एनसीआर क्षेत्र में शामिल जिलों को कई प्रकार के लाभ मिलते हैं:

  1. विकास योजनाएं: एनसीआर योजना बोर्ड द्वारा क्षेत्र में आधारभूत संरचना के विकास के लिए विशेष योजनाएं बनाई जाती हैं।
  2. आर्थिक विकास: NCR में शामिल जिलों को औद्योगिक और व्यापारिक क्षेत्र में अधिक अवसर मिलते हैं।
  3. बेहतर आवागमन: NCR क्षेत्र में स्थित जिलों को दिल्ली से जोड़ने के लिए बेहतर सड़क, रेल और मेट्रो कनेक्टिविटी का विकास किया गया है।
  4. आवासीय योजनाएं: NCR के तहत कई नए आवासीय प्रोजेक्ट्स और स्मार्ट सिटी योजनाओं को लागू किया गया है।

यह भी देखें: दिल्ली में सस्ते घर का सुनहरा मौका, DDA फ्लैट्स पर 25% डिस्काउंट

एनसीआर में विस्तार की संभावना

वर्तमान में एनसीआर क्षेत्र में कुल 24 जिले शामिल हैं, लेकिन भविष्य में इसके और विस्तार की संभावनाएं बनी हुई हैं। इससे दिल्ली के बढ़ते जनसंख्या दबाव को कम करने में सहायता मिलेगी।

Also Read

तलाकशुदा महिलाओं को 'डाइवोर्सी' कहना पड़ेगा महंगा! हाई कोर्ट का सख्त आदेश – जानें नया नियम

By Rohit Kumar

नमस्ते, Eath NEWJ में आपका स्वागत है! मैं रोहित कुमार हूं, Earthnewj.com चलाने वाला व्यक्ति। कई समाचार पोर्टलों में काम करने के बाद अपने 8 सालों के अनुभव से मैं अर्थ न्यूज को चला रहा हूँ, इस पोर्टल पर मेरी कोशिश हैं की अपने पाठकों को काम की खबर दे पाऊँ।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version