PM Vishwakarma Yojana: जानें आप पात्र हैं या नहीं, आवेदन की पूरी प्रक्रिया यहां

क्या आप भी पारंपरिक कारीगरी से जुड़े हैं? जानिए कैसे प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना से आपको मिलेगा ₹15,000 तक का टूलकिट, 500 रुपये प्रतिदिन प्रशिक्षण भत्ता और सस्ती ब्याज दर पर लोन! इस योजना के जरिए आप अपने व्यवसाय को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सकते हैं। आज ही आवेदन करें

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Written byRohit Kumar

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PM Vishwakarma Yojana: जानें आप पात्र हैं या नहीं, आवेदन की पूरी प्रक्रिया यहां
PM Vishwakarma Yojana: जानें आप पात्र हैं या नहीं, आवेदन की पूरी प्रक्रिया यहां

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना (PM Vishwakarma Yojana) एक महत्वपूर्ण योजना है, जो विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जो पारंपरिक कारीगरी और हस्तशिल्प से जुड़े हुए हैं। यह योजना ऐसे कारीगरों और शिल्पकारों को सहयोग प्रदान करती है, जो अपने पारंपरिक कामों के माध्यम से अपना जीवन यापन करते हैं। अगर आप भी किसी पारंपरिक व्यापार से जुड़े हैं और इस योजना के तहत लाभ उठाना चाहते हैं, तो आप इस योजना के लिए पात्र हो सकते हैं। इस लेख में हम इस योजना की पात्रता, आवेदन प्रक्रिया और लाभों के बारे में विस्तार से जानेंगे।

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योजना के लिए कौन पात्र है?

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प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना उन लोगों के लिए है जो 18 पारंपरिक व्यवसायों में से किसी एक से जुड़े हुए हैं। इस योजना का उद्देश्य इन कारीगरों को आर्थिक सहायता, प्रशिक्षण और नए उपकरणों की मदद से अपने व्यवसाय को और बेहतर बनाने में सहायता प्रदान करना है। पात्रता की सूची में निम्नलिखित व्यवसायों के लोग शामिल हैं:

  1. पत्थर तोड़ने वाले
  2. हथौड़ा और टूलकिट बनाने वाले
  3. अस्त्रकार (जो अस्त्र और शस्त्र तैयार करते हैं)
  4. नाव निर्माता
  5. ताला बनाने वाले कारीगर
  6. पत्थर तराशने वाले
  7. मूर्तिकार
  8. मोची (जूता बनाने वाले कारीगर)
  9. फिशिंग नेट निर्माता
  10. सुनार (सोने और चांदी के काम करने वाले)
  11. मालाकार (जो पारंपरिक लकड़ी के सामान बनाते हैं)
  12. धोबी
  13. दर्जी
  14. गुड़िया और खिलौना निर्माता
  15. नाई (बाल काटने वाले)
  16. राजमिस्त्री
  17. लोहार
  18. टोकरी, चटाई और झाड़ू बनाने वाले

अगर आप इनमें से किसी भी काम से जुड़े हैं, तो आप इस योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के योग्य हो सकते हैं।

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आवेदन कैसे करें?

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत आवेदन करने के लिए दो तरीके हैं – ऑनलाइन और ऑफलाइन

ऑनलाइन आवेदन

ऑनलाइन आवेदन करने के लिए आपको प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://pmvishwakarma.gov.in/ पर जाना होगा। यहां पर आपको अपना लॉगिन बनाना होगा और आवेदन प्रक्रिया को पूरा करना होगा। वेबसाइट पर आपको सभी जरूरी दिशा-निर्देश मिल जाएंगे, जिनका पालन करके आप आवेदन कर सकते हैं।

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ऑफलाइन आवेदन

अगर आप ऑनलाइन आवेदन नहीं करना चाहते हैं तो आप अपने नजदीकी सीएससी सेंटर (Common Service Centre) पर जाकर ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं। यहां पर आपको संबंधित फॉर्म भरने के बाद आवेदन प्रक्रिया पूरी करनी होगी। सीएससी सेंटर के अधिकारी आपकी मदद करेंगे और आवेदन की प्रक्रिया को सरल बनाएंगे।

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पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभ

यह योजना न केवल कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि उन्हें व्यवसाय को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न सुविधाएं भी उपलब्ध कराती है। निम्नलिखित लाभ इस योजना के अंतर्गत मिलते हैं:

  1. प्रशिक्षण
    पात्र कारीगरों को उनके कार्य को और बेहतर बनाने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है। इस प्रशिक्षण के दौरान, लाभार्थियों को रोजाना ₹500 की सहायता दी जाती है, जिससे वे अपने प्रशिक्षण को पूरा कर सकें।
  2. टूलकिट
    योजना के तहत कारीगरों को अपने कार्य को बेहतर तरीके से करने के लिए ₹15,000 की राशि दी जाती है, जिससे वे जरूरी टूलकिट खरीद सकें। इससे उनके काम में सुधार होगा और वे उच्च गुणवत्ता की सेवाएं प्रदान कर सकेंगे।
  3. लोन की सुविधा
    योजना के तहत कारीगरों को दो प्रकार के लोन प्रदान किए जाते हैं। पहले चरण में कारीगरों को ₹1 लाख तक का लोन दिया जाता है, और यदि जरूरत पड़ी तो एक और ₹2 लाख का लोन भी दिया जा सकता है। यह लोन सस्ती ब्याज दर पर और बिना किसी गारंटी के प्रदान किया जाता है, जिससे कारीगरों को आर्थिक मदद मिलती है और वे अपना काम बढ़ा सकते हैं।

योजना का उद्देश्य

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का मुख्य उद्देश्य उन कारीगरों और शिल्पकारों की मदद करना है जो पारंपरिक रूप से अपने काम में लगे हुए हैं, लेकिन उनके पास आधुनिक तकनीकी साधन या प्रशिक्षण की कमी होती है। यह योजना उनके कार्यक्षेत्र में सुधार लाने के लिए है, ताकि वे अपने काम को ज्यादा सशक्त और प्रभावी तरीके से कर सकें। इसके अलावा, योजना का उद्देश्य कारीगरों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना भी है।

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योजना का प्रभाव

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का असर भारतीय कारीगरों पर सकारात्मक रूप से पड़ सकता है। यह कारीगरों को न केवल अपनी कार्यक्षमता को बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करेगी, बल्कि उन्हें एक स्थिर आर्थिक स्थिति की ओर भी मार्गदर्शन करेगी। योजना के अंतर्गत मिलने वाले टूलकिट और प्रशिक्षण से उनके व्यवसाय में सुधार होगा, जिससे उनके जीवन स्तर में भी सुधार आएगा।

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