Solar Panel That’s Works in Night: सोलर पैनल जो रात में बिजली बना सकता है!

Solar Panel That's Works in Night: सोलर पैनल जो रात में बिजली बना सकता है !
Solar Panel That's Works in Night: सोलर पैनल जो रात में बिजली बना सकता है !

Solar Panel That’s Works In Night: अपनी व्यवसायिक एवं घरेलू ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए लिए सोलर पैनल लगाना एक बेहतर विकल्प माना जाता है। सोलर पैनल दिन के समय में सूरज की रोशनी ग्रहण करके बिजली बनाते हैं लेकिन रात में यह कार्य नहीं करते हैं और रात को बिजली प्राप्त करने के लिए आपको ग्रिड अथवा पावर बैकअप की आवश्यता पड़ती है। लेकिन अब आपको पावर बैकअप की समस्या नहीं होगी क्योंकि अब ऐसे सोलर सेल भी आ गए हैं जो आपको रात के समय में भी बिजली बनाकर देंगे। तो चलिए जानते हैं इस खास तकनीक के बारे में पूरी जानकारी, इसके लिए आपको यह लेख अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ना है।

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रात के समय में बिजली जरूरतों को पूरा करेंगे ये सोलर सेल

रात में बिजली जनरेट करने वाले सोलर सेल को एमआईटी के साइंटिस्ट डेवलप कर रहें हैं। इससे हम सोलर की सहायता से रात में भी बिजली का उत्पादन कर सकते हैं। सोलर पैनल द्वारा दिन के समय में जो एक्सेस इलेक्ट्रिसिटी बनती है उसका यूज़ करके कार्य किया जाएगा। रात के समय ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए अलग प्रोसेस के माध्यम से सेल का निर्माण किया जाएगा। कंपनी के रिसर्चर टिन धातु को 2000 डिग्री सेल्सियस तक गर्म किया जाता है।

ये टिन गर्म करके ग्रेफाइड्स ब्लॉक्स के अंदर पाइप के द्वारा भरा जाता है। ग्रेफाइड यहां पर हीट को स्टोर करके रखता है। यह केवल कुछ ही समय नहीं बल्कि दस दिन तक हीट को स्टोर कर सकता है। अब जो टिन उन ब्लॉक में स्टोर किया गया हैं उन्हें कार्बन पाइप के जरिए दूसरे चेंबर में ले जाया जाएगा वहां पर कार्बन पाइप के ऊपर टंगस्टन फिलामेंट लगाया जाएगा। जो रोशनी का निर्माण करता है।

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अब जो सामान्य सोलर पैनल होते हैं वो सिंगल जंक्शन सेल होते हैं इसमें दो ही लियर होती हैं जो कि बहुत ही कम रोशनी अवशोषित कर पाते हैं। लेकिन जो ये मल्टी जंक्शन सेल हैं ये उस रोशनी बनाने वाले टंगस्टन के नीचे काम करेंगे। ये ब्रॉड स्पेक्ट्रम लाइट को अवशोषित कर सकते हैं क्योंकि इसके अंदर बहुत सारे जंक्शन होते हैं।

टीम द्वारा जो ये सेल बनाए जा रहें हैं इनकी 50% एफिशिएंसी होने वाली है और जो सोलर प्लांट्स पर लगे सेल होते हैं उनकी एफिशिएंसी केवल 20% होती है। यानी की आप समझ ही गए होंगे कि ये इस तकनीक से बनने वाले सेल नॉर्मल सोलर पैनल से कही गुना ज्यादा बिजली जनरेट करेंगे।

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By Rohit Kumar

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