
राशन कार्ड धारकों के लिए एक अहम सूचना सामने आई है। यदि आपने अपने परिवार के सभी सदस्यों की ई-केवाईसी (E-KYC) अब तक पूरी नहीं करवाई है, तो आपको मार्च महीने से राशन मिलने में दिक्कत हो सकती है। शासन ने स्पष्ट कर दिया है कि जिन सदस्यों की ई-केवाईसी नहीं होगी, उनके नाम राशन कार्ड से हटा दिए जाएंगे और उन्हें सरकारी खाद्यान्न वितरण से बाहर कर दिया जाएगा।
ई-केवाईसी पोर्टल बंद, लाखों सदस्य अब भी वंचित
सरकार द्वारा ई-केवाईसी करने के लिए जून महीने से विशेष अभियान चलाया गया था। इस प्रक्रिया में अब तक 38,78,110 सदस्यों में से 28,95,735 सदस्यों की ई-केवाईसी पूरी हो चुकी है, लेकिन 9,82,375 सदस्य अभी भी इससे वंचित हैं। यह समस्या तब और बढ़ गई जब 13 फरवरी से ई-केवाईसी पोर्टल बंद हो गया। यदि यह पोर्टल जल्द दोबारा नहीं खोला गया, तो लाखों राशन कार्ड धारक परिवार राशन से वंचित हो सकते हैं।
मंडल में कितने लोग प्रभावित होंगे?
बुंदेलखंड के चार जिलों में कुल 9,75,184 राशन कार्ड धारक हैं, जिनमें-
- बांदा: 3,52,284 राशन कार्ड धारक
- चित्रकूट: 1,98,018 राशन कार्ड धारक
- हमीरपुर: 2,36,378 राशन कार्ड धारक
- महोबा: 1,88,504 राशन कार्ड धारक
शासन ने ई-केवाईसी की प्रक्रिया को अनिवार्य इसलिए किया ताकि राशन कार्ड के जरिए हो रहे फर्जीवाड़े को रोका जा सके। कई मामलों में देखा गया है कि मृत व्यक्तियों के नाम पर राशन लिया जा रहा था और कई परिवारों ने गलत तरीके से अपने सदस्यों की संख्या बढ़ा रखी थी।
कोटेदारों ने किया प्रयास, लेकिन लक्ष्य पूरा नहीं
जून में ई-पाश मशीन के जरिए कोटेदारों को घर-घर जाकर ई-केवाईसी करने के निर्देश दिए गए। इस दौरान दो बार अंतिम तिथि बढ़ाई गई, लेकिन फिर भी 100% लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया। अब तक सिर्फ 74.67% सदस्यों की ई-केवाईसी ही पूरी हो सकी है।
राशन न मिलने के आसार
13 फरवरी से ई-केवाईसी पोर्टल बंद है, जिससे शेष बचे सदस्यों की ई-केवाईसी प्रक्रिया अधर में लटक गई है। विभाग को अब तक कोई नया निर्देश नहीं मिला है कि पोर्टल दोबारा कब खोला जाएगा। यदि मार्च तक यह स्थिति बनी रही, तो मंडल के 9,82,375 राशन कार्ड धारकों को राशन नहीं मिलेगा।