
देशभर के 34 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पहले से लागू आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (Ayushman Bharat Pradhan Mantri Jan Arogya Yojana) अब जल्द ही दिल्ली (Delhi) में भी शुरू होने जा रही है। 8 फरवरी को राजधानी में बीजेपी सरकार के गठन के बाद से इस योजना के क्रियान्वयन की तैयारियां जोरों पर हैं। हालांकि, दस्तावेजों की कुछ तकनीकी अड़चनों के चलते इसे लागू करने में देरी हुई है। माना जा रहा है कि 10 अप्रैल को इस योजना की औपचारिक घोषणा की जा सकती है, जिसके बाद दिल्ली में आयुष्मान कार्ड (Ayushman Card) बनने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
दस्तावेजों की कमी बनी देरी की वजह
दिल्ली में आयुष्मान योजना (Ayushman Yojana in Delhi) लागू करने में सबसे बड़ी बाधा दस्तावेजों की कमी रही है। होली के त्योहारी सीजन के कारण आवश्यक कागजातों का अपडेट प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। अब सरकार पूरी तैयारी में है कि 10 अप्रैल को योजना को औपचारिक रूप से लॉन्च कर दिया जाए।
जानिए क्या-क्या शामिल नहीं है आयुष्मान योजना में
दिल्ली के लोग अब आयुष्मान कार्ड के जरिए सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज की सुविधा पा सकेंगे। लेकिन इससे पहले यह जान लेना जरूरी है कि योजना में कई तरह के इलाज और खर्चे कवर नहीं किए जाते हैं। योजना में शामिल नहीं होने वाली सुविधाएं जानने से आपको भविष्य में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।
ओपीडी (OPD) का इलाज योजना में शामिल नहीं
अगर किसी मरीज को ऐसी बीमारी है, जिसका इलाज ओपीडी (Outpatient Department) में संभव है, तो आयुष्मान योजना उसके खर्च को कवर नहीं करती। प्राइवेट अस्पताल में ओपीडी विजिट पर हुआ खर्च मरीज को खुद वहन करना होगा। आयुष्मान कार्ड का लाभ केवल तभी मिलेगा जब मरीज को अस्पताल में भर्ती होना पड़े।
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सिर्फ जांच कराने पर नहीं मिलेगा कवर
अगर आप अस्पताल में भर्ती हुए बिना केवल टेस्ट कराने जाते हैं, तो उसका खर्च भी योजना के अंतर्गत कवर नहीं होता। हालांकि, भर्ती से पहले या छुट्टी के बाद की गई जरूरी जांच, दवाइयां या मेडिकल प्रक्रियाएं कवर हो सकती हैं। यहां तक कि सिर्फ जांच के लिए भर्ती होना भी योजना के नियमों के खिलाफ है।
दांतों से संबंधित इलाज योजना से बाहर
आयुष्मान भारत योजना (PMJAY) में दांतों से जुड़े ज्यादातर इलाज शामिल नहीं हैं। जैसे कैविटी भरवाना, रूट कैनाल (RCT), प्रोस्थेटिक या कॉस्मेटिक डेंटल प्रक्रिया, मसूड़ों की बीमारियां, नया दांत लगवाना आदि इस योजना में कवर नहीं किए जाते हैं। केवल किसी दुर्घटना या ट्यूमर जैसी मेडिकल जरूरत में दांतों से जुड़ा इलाज योजना के अंतर्गत आ सकता है।
प्रजनन और IVF ट्रीटमेंट पर भी नहीं मिलेगा लाभ
माता-पिता बनने के लिए IVF या किसी अन्य Assisted Reproductive Techniques का खर्चा भी आयुष्मान योजना के तहत नहीं आएगा। इन ट्रीटमेंट को कॉस्मेटिक या वैकल्पिक माना गया है, इसलिए ये योजना से बाहर रखे गए हैं।
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कॉस्मेटिक और प्लास्टिक सर्जरी नहीं होगी कवर
अगर आप जवान दिखने, नाक की बनावट बदलवाने, टैटू हटवाने, फैट रिमूवल या कोई अन्य कॉस्मेटिक सर्जरी (Cosmetic Surgery) करवाना चाहते हैं, तो इसका खर्चा आपको खुद उठाना होगा। योजना का उद्देश्य गंभीर बीमारियों और आवश्यक इलाज को कवर करना है, न कि सौंदर्य बढ़ाने वाली प्रक्रियाओं को।
आयुष्मान कार्ड के बिना भी मिल सकता है इलाज
कुछ विशेष स्थितियों में यदि आपके पास आयुष्मान कार्ड नहीं भी है, तो भी अस्पताल में इलाज हो सकता है। इसके लिए पात्रता की पुष्टि और दस्तावेज़ सत्यापन की प्रक्रिया अपनाई जाती है। हालांकि योजना का लाभ सुचारु रूप से लेने के लिए कार्ड बनवाना जरूरी है।
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ताकत बढ़ाने वाले टॉनिक और विटामिन्स नहीं होंगे शामिल
आयुष्मान योजना के तहत विटामिन्स और टॉनिक का खर्चा तभी कवर होता है जब वे इलाज का हिस्सा हों और डॉक्टर द्वारा जरूरी घोषित किए गए हों। यदि आप सामान्य तौर पर ताकत बढ़ाने के लिए सप्लीमेंट ले रहे हैं, तो वह खर्च आपको खुद उठाना होगा।
किन बीमारियों और प्रक्रियाओं में नहीं मिलेगा कवर?
कुछ प्रमुख मेडिकल स्थितियाँ और प्रक्रियाएं जो योजना से बाहर हैं:
- वैक्सीनेशन या Immunization
- कॉस्मेटिक सर्जरी और Neck Lift
- टैटू हटाने की प्रक्रिया
- फैट हटाने की सर्जरी
- नाक की सर्जरी
- दो साल से कम उम्र के बच्चों का सामान्य खतना (बीमारी के मामले में हो सकता है शामिल)
- मरीज को केवल मेडिकल मशीनों की मदद से जीवित रखने की स्थिति
10 अप्रैल से मिल सकती है योजना को हरी झंडी
संभावना है कि दिल्ली सरकार 10 अप्रैल को योजना की आधिकारिक घोषणा करेगी। इसके बाद पात्र नागरिक आयुष्मान कार्ड के लिए आवेदन कर सकेंगे और मुफ्त इलाज की सुविधा पा सकेंगे। योजना के अंतर्गत दिल्ली के लाखों लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना सरकार का उद्देश्य है।