गर्मियों के मौसम में AC का प्रयोग बढ़ जाता है, ऐसे में घरों में 1.5 Ton AC का प्रयोग कर सकते हैं। 1.5 टन के एसी का प्रयोग करने के लिए हर घंटे लगभग 1.5 यूनिट बिजली की आवश्यकता होती है। अब बिजली की खपत की जानकारी इस पर निर्भर होती है कि एसी का प्रयोग कितने समय तक किया जाता है। यदि यूजर द्वारा एसी का प्रयोग 10 घंटे तक किया जाए तो ऐसे में 15 यूनिट से 17 यूनिट तक बिजली की खपत की जाती है।
1.5 Ton AC को चलाने के लिए कितनी बिजली की जरूरत है?
एक महीने में 1.5 Ton AC को चलाने के लिए 450 यूनिट से 510 यूनिट तक बिजली का प्रयोग किया जाता है, सोलर पैनल से बनने वाली बिजली का प्रयोग कर के बिजली बिल को कम कर सकते हैं, साथ ही पर्यावरण को स्वच्छ एवं सुरक्षित भी रखा जा सकता है। ग्रिड से चलने वाले एसी से बिजली बिल में भारी वृद्धि हो सकती है। ऐसे में 10 घंटे एसी को चलाने से हर दिन में 15 से 17 यूनिट बिजली का प्रयोग किया जा सकता है, ऐसे में बिजली बिल में 3000 रुपये की बढ़त हो सकती है।
ऐसे करें बिजली बिल कम
एसी का प्रयोग करने से बिजली की खपत अधिक रहती है, ग्रिड बिजली के प्रयोग को कम करने के लिए सोलर सिस्टम स्थापित किया जा सकता है। बिल को कम करने के लिए ऑनग्रिड सोलर सिस्टम जोड़ा जा सकता है, ऐसे सिस्टम से हर महीने 80% से 90% तक बिजली बिल को कम कर सकते हैं। सोलर सिस्टम में सोलर पैनल मुख्य उपकरण होता है।
सोलर पैनल सौर ऊर्जा से बिजली का उत्पादन करते हैं। इनके प्रयोग से ही बिजली बिल को कम किया जा सकता है, घर में एसी को चलाने के लिए 3 किलोवाट के सोलर सिस्टम को लगा सकते हैं, साथ ही अगर आप 5 किलोवाट के सोलर सिस्टम को लगाते हैं तो आप अन्य उपकरणों को भी चला सकते हैं।
सोलर सिस्टम को लगाने का खर्चा
3 किलोवाट क्षमता के सोलर सिस्टम को लगाने के लिए 1.8 लाख का खर्चा हो सकता है, अगर आप 5 किलोवाट क्षमता के सोलर सिस्टम को लगाते हैं तो इस सिस्टम में 3 लाख रुपये तक का खर्चा हो सकता है। सोलर सिस्टम को लगाने के लिए आप सरकारी सब्सिडी का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। 3 किलोवाट से अधिक क्षमता के सोलर सिस्टम को लगाने पर 78 हजार रुपये की सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं।
सोलर सिस्टम में सोलर पैनल, सोलर इंवर्टर एवं सोलर बैटरी लगाई जा सकती है, इंवर्टर की रेटिंग के अनुसार आप बैटरी को जोड़ सकते हैं। बैटरी को उपभोक्ता अपनी जरूरत के अनुसार स्थापित कर सकते हैं। ऑफग्रिड सोलर सिस्टम, ऑनग्रिड सोलर सिस्टम एवं हाइब्रिड सोलर सिस्टम को आप स्थापित कर सकते हैं।
सोलर सिस्टम को लगाने के लिए पाएं लोन
सोलर सिस्टम को लगाने का खर्चा सोलर उपकरणों के ब्रांड, तकनीक एवं रेटिंग पर निर्भर करता है। सोलर सिस्टम लगाने से बिजली बिल को आसानी से कम किया जा सकता है। सोलर सिस्टम में होने वाला प्राथमिक निवेश अधिक रहता है, सोलर सिस्टम को ऐसे में कम किश्तों में लगाया जा सकता है, जिससे आसानी से सोलर सिस्टम लगाया जा सकता है। सोलर सिस्टम को लगाने के सब्सिडी योजनाओं का लाभ भी प्राप्त किया जा सकता है।