
Duplicate Passbook Process: अगर आपकी बैंक पासबुक चोरी हो गई है या कहीं गुम हो गई है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। आप डुप्लीकेट पासबुक (Duplicate Bank Passbook) के लिए आवेदन कर सकते हैं। आज के डिजिटल दौर में भले ही ऑनलाइन बैंकिंग तेजी से बढ़ रही हो, लेकिन पासबुक अब भी एक अहम दस्तावेज है, जिसमें बैंक खाते से जुड़ी सभी ट्रांजेक्शन और अकाउंट डिटेल्स होती हैं। इसलिए इसकी सुरक्षा बेहद जरूरी है। अगर यह डॉक्यूमेंट खो जाता है, तो तुरंत कुछ जरूरी कदम उठाने चाहिए ताकि आप बिना किसी परेशानी के नई पासबुक प्राप्त कर सकें।
क्यों जरूरी होती है बैंक पासबुक?
हर किसी के पास बैंक खाता होता है और उसके साथ बैंक द्वारा एक पासबुक जारी की जाती है। यह पासबुक आपके खाते की पहचान होती है, जिसमें आपका नाम, पता, खाता संख्या और बैंक ब्रांच की जानकारी होती है। साथ ही, इसमें हर लेन-देन का ब्योरा होता है—जैसे आपने कब, कहां और कितना पैसा निकाला या जमा किया। पासबुक अकाउंट की फिजिकल स्टेटमेंट होती है, जो कई बार सरकारी योजनाओं, सब्सिडी, लोन या किसी भी वित्तीय सत्यापन में एक जरूरी डॉक्यूमेंट के रूप में काम आती है। ऐसे में अगर यह चोरी हो जाती है या गुम हो जाती है तो तुरंत कदम उठाना जरूरी हो जाता है।
पासबुक चोरी होते ही सबसे पहले करें ये जरूरी काम
पासबुक चोरी होने के बाद सबसे पहला कदम होता है एफआईआर (FIR) दर्ज कराना। इसके लिए आपको अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन जाना होगा और वहां पासबुक के चोरी या गुम होने की लिखित शिकायत दर्ज करानी होगी। यह शिकायत पासबुक के दुरुपयोग से बचाने के लिए बेहद जरूरी है। शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस स्टेशन से उसकी रिसीविंग कॉपी लेना बिल्कुल न भूलें, क्योंकि आगे बैंक में डुप्लीकेट पासबुक के आवेदन के समय यह जरूरी दस्तावेज होता है।
FIR की कॉपी क्यों होती है जरूरी?
जब आप बैंक में जाकर डुप्लीकेट पासबुक के लिए आवेदन (Apply for Duplicate Passbook) करते हैं, तो बैंक आपसे पासबुक खोने की पुष्टि के लिए एफआईआर की कॉपी मांगता है। यह बैंक के रिकॉर्ड में भी दर्ज होता है कि आपकी पुरानी पासबुक अब अमान्य (invalid) हो चुकी है और एक नई पासबुक जारी की जा रही है। साथ ही, इससे कोई और व्यक्ति आपके अकाउंट का गलत उपयोग न कर सके, यह भी सुनिश्चित होता है।
बैंक को करें पासबुक चोरी की जानकारी
एफआईआर दर्ज कराने के बाद अगला जरूरी कदम होता है, बैंक को तुरंत सूचना देना। इसके लिए आप अपने खाते की उसी ब्रांच में जाएं जहां आपने खाता खुलवाया है और वहां संबंधित अधिकारी को पासबुक चोरी होने की जानकारी दें। बैंक को सूचना देना इसलिए भी जरूरी है ताकि वे आपके खाते की निगरानी रख सकें और किसी भी अनधिकृत ट्रांजेक्शन से पहले सतर्क हो सकें।
इस तरह करें डुप्लीकेट पासबुक के लिए आवेदन
बैंक में सूचना देने के बाद आप डुप्लीकेट पासबुक प्राप्त करने की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं। इसके लिए आपको उस बैंक शाखा में जाना होगा जहां आपका खाता है। वहां आपको डुप्लीकेट पासबुक के लिए एक आवेदन पत्र भरना होता है। आवेदन पत्र के साथ निम्नलिखित दस्तावेज भी जमा करने होते हैं:
- एफआईआर की कॉपी
- पहचान पत्र (जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड)
- खाता संख्या और शाखा का विवरण
आवेदन और दस्तावेजों की जांच के बाद, बैंक का संबंधित अधिकारी आपके आवेदन को ब्रांच मैनेजर तक भेजेगा। ब्रांच मैनेजर की स्वीकृति के बाद आपको एक नई डुप्लीकेट पासबुक जारी कर दी जाएगी। आमतौर पर यह प्रक्रिया 1-3 कार्यदिवस में पूरी हो जाती है, लेकिन बैंक के कार्यप्रणाली और दस्तावेजों की वैधता पर यह समय थोड़ा बढ़ भी सकता है।
कुछ बैंक ले सकते हैं नाममात्र का शुल्क
यह ध्यान देना जरूरी है कि कुछ बैंक डुप्लीकेट पासबुक जारी करने पर नाममात्र का शुल्क लेते हैं। यह शुल्क अलग-अलग बैंक और अकाउंट टाइप पर निर्भर करता है। आप अपने बैंक ब्रांच से इसके बारे में पहले ही जानकारी प्राप्त कर लें ताकि आगे कोई असुविधा न हो।
डिजिटल पासबुक और मोबाइल ऐप्स का भी कर सकते हैं उपयोग
अगर आप चाहें तो आजकल कई बैंक डिजिटल पासबुक की सुविधा भी देते हैं, जो मोबाइल ऐप्स के माध्यम से उपलब्ध होती है। इससे आप पासबुक खोने की स्थिति में भी अपने अकाउंट का ट्रांजेक्शन स्टेटमेंट देख सकते हैं। हालांकि, कई बार फिजिकल पासबुक की ही जरूरत पड़ती है, जैसे कि सरकारी योजनाओं या दस्तावेज़ी प्रक्रिया में, इसलिए उसका डुप्लीकेट लेना जरूरी होता है।