
India Pakistan War आप लोग सभी जानते हैं, एक बार फिर से इंडिया पाकिस्तान के बीच तनाव का माहौल बन गया है। और हाल ही में गुरुवार, 8 मई 2025 की रात पाकिस्तान की ओर से भारत के कई सीमावर्ती इलाकों जैसे जम्मू, पंजाब, राजस्थान और गुजरात—में हमले की कोशिशें की गईं, लेकिन शुक्र इस बात इस बात है, की भारतीय सुरक्षा बलों ने समय रहते इस वार को नाकाम कर दिखाया है। अब इस घटना के बाद सोशल मीडिया और विशेषज्ञों के बीच यह चर्चा जोर पकड़ने लगी कि क्या पाकिस्तान ने इस हमले के दौरान अपने अमेरिकी मूल के F-16 Fighter Jets का इस्तेमाल किया था?
इस सवाल के पीछे एक बड़ा कारण है—F-16 के इस्तेमाल पर लगे अमेरिकी नियम, जो पाकिस्तान के लिए इन लड़ाकू विमानों के उपयोग को लेकर बेहद सख्त और सीमित हैं। तो क्या वाकई पाकिस्तान को भारत जैसे देश के खिलाफ F-16 विमान तैनात करने की इजाजत है? आइए इस पूरे विषय को विस्तार से समझते हैं।
अमेरिका से F-16 खरीद पर लगे सख्त नियम
पाकिस्तान को F-16 Fighter Planes अमेरिकी Foreign Military Sales (FMS) प्रोग्राम के तहत मिले हैं। इस प्रोग्राम के जरिए किसी भी देश को अमेरिकी हथियार और तकनीक बेचते समय एक विशेष समझौता किया जाता है, जिसे End-Use Monitoring (EUM) कहा जाता है। यह समझौता साफ कहता है कि इन विमानों का उपयोग केवल उन हालातों में ही किया जा सकता है जिन्हें अमेरिका ने पहले से अनुमति दी हो।
इसका मतलब है कि पाकिस्तान इन जेट्स का उपयोग भारत जैसे देश के खिलाफ युद्ध या सीमा संघर्ष में नहीं कर सकता, जब तक कि वाशिंगटन इसकी स्पष्ट मंजूरी न दे। ये विमान खासकर आतंकवाद के खिलाफ अभियानों, विशेष रूप से पाकिस्तान के पश्चिमी कबायली इलाकों में ऑपरेशन के लिए उपलब्ध कराए गए थे।
क्या पाकिस्तान में तैनात हैं अमेरिकी निगरानी टीमें
F-16 के इस्तेमाल की निगरानी के लिए अमेरिका ने पाकिस्तान में अपनी विशेष टीमें तैनात कर रखी हैं। ये टीमें Golden Sentry और Blue Lantern जैसे निगरानी प्रोग्राम्स का हिस्सा हैं। इनका काम यह सुनिश्चित करना है कि अमेरिका द्वारा दी गई रक्षा तकनीक का कोई दुरुपयोग तो नहीं किया जा रहा है।
ये टीमें चौबीसों घंटे इन जेट विमानों, मिसाइलों और अन्य रक्षा उपकरणों की तैनाती, मूवमेंट और रखरखाव पर निगाह रखती हैं। इनकी मौजूदगी इस बात का प्रमाण है कि अमेरिका, F-16 जैसे एडवांस फाइटर जेट के इस्तेमाल को कितनी गंभीरता से मॉनिटर करता है।
क्या F-16 से भारत पर हमला कर सकता है पाकिस्तान?
आधिकारिक रूप से, अमेरिका ने पाकिस्तान को भारत के खिलाफ F-16 या AIM-120 AMRAAM मिसाइलों के उपयोग की अनुमति नहीं दी है। अमेरिकी नीति के अनुसार, ये फाइटर जेट्स पारंपरिक युद्ध के बजाय आतंकवाद विरोधी अभियानों में सीमित हैं।
हालांकि, अमेरिकी दस्तावेजों में भारत का नाम सीधे तौर पर नहीं लिया गया है, लेकिन यह स्पष्ट है कि इन विमानों का उपयोग किसी भी राज्य-स्तर के संघर्ष—विशेष रूप से भारत के साथ—में नहीं किया जाना चाहिए।
बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद उठा था विवाद
2019 में Balakot Air Strike के बाद एक बार पाकिस्तान द्वारा F-16 के इस्तेमाल का मुद्दा उठ चुका है। उस समय भारतीय वायुसेना ने दावा किया था कि उसने पाकिस्तान का एक F-16 विमान मार गिराया। इसके बाद अमेरिका ने इस्लामाबाद को एक सख्त चेतावनी दी थी।
सूत्रों के अनुसार, अगस्त 2019 में PAF Chief ACM मुजाहिद खान को भेजे गए एक अमेरिकी पत्र में चेताया गया था कि अगर पाकिस्तान इन विमानों को ‘अनऑथराइज्ड बेसेस’ से ऑपरेट करता है तो यह ‘साझा सुरक्षा के लिए खतरा’ है। यह अमेरिका की नाराजगी का स्पष्ट संकेत था।
नियम तोड़ने पर क्या होगा अंजाम?
यदि कोई भी पाकिस्तान अमेरिका के तय नियमों को तोड़ते हुए F-16 का भारत के खिलाफ फिर से उपयोग करता है, तो अमेरिका उसके F-16 बेड़े के लिए सपोर्ट बंद कर सकता है। इनमें पुर्जों की आपूर्ति, तकनीकी सहायता और मेंटेनेंस जुड़े हैं।
F-16 जैसे उन्नत विमान नियमित अमेरिकी उपकरणों और मेंटेनेंस पर निर्भर रहते हैं। यदि अमेरिका सपोर्ट रोक देता है, तो पाकिस्तान की वायुसेना की ऑपरेशनल क्षमताएं बुरी तरह से प्रभावित हो सकती हैं। इसके अलावा, अमेरिकी कांग्रेस की निगरानी में इस तरह की घटनाएं वाशिंगटन पर पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव भी बढ़ा सकती हैं।
अमेरिका की मौजूदा नीति क्या कहती है?
अमेरिका ने औपचारिक रूप से कभी यह नहीं कहा कि पाकिस्तान भारत के खिलाफ F-16 का उपयोग नहीं कर सकता, लेकिन उसने इस बारे में अपने रुख को बार-बार स्पष्ट किया है। 2022 में अमेरिका ने पाकिस्तान को F-16 सपोर्ट जारी रखने को Counter-Terrorism Partnership के तहत जायज ठहराया था।
इससे यह साफ होता है कि अमेरिका इन विमानों को आतंकवाद से लड़ने का उपकरण मानता है, न कि युद्ध छेड़ने का। इसलिए पाकिस्तान को वर्तमान India Pakistan War जैसे किसी संघर्ष में इन विमानों के इस्तेमाल के लिए अमेरिका से विशेष मंजूरी लेनी होगी, जो मौजूदा स्थितियों को देखते हुए काफी मुश्किल लगती है।
पाकिस्तान के पास कितने F-16 हैं?
2025 तक पाकिस्तान के पास लगभग 75 से 80 F-16 Fighter Jets हैं। इनमें से अधिकांश ऑपरेशनल हालत में हैं। हालांकि, इनका उपयोग अमेरिका की सख्त निगरानी और तकनीकी निर्भरता के चलते काफी सीमित है।
F-16 पाकिस्तान के लिए एक प्रभावशाली हथियार है, लेकिन बिना अमेरिकी मंजूरी, इसका उपयोग भारत के खिलाफ युद्ध में करना न सिर्फ नियमों का उल्लंघन होगा, बल्कि भविष्य में अमेरिका-पाकिस्तान रक्षा संबंधों को भी खतरे में डाल सकता है।