जलवायु में बदलाव की अधिकता से नवीनतम एवं सतत ऊर्जा स्रोतों की तरफ विश्वभर की नजर जा रही है। इस प्रकार के स्त्रोतों में सोलर ऊर्जा की खास भूमिका है। ये विश्व की बढ़ती जा रही बिजली की डिमांड को भी पूर्ण करने की क्षमता रखता है। इस लेख में आपको सोलर पैनल से सोलर AC को चलाने की जानकारी दे रहे है। इस प्रकार से आप अपने नार्मल AC को सोलर एसी में बदल सकेंगे।
सोलर AC को बिजली अथवा इन्वर्टर से चलाया जाता है। इनमे सोलर पैनल से बन रही बिजली इस्तेमाल होता है और वो ग्रिड की बिजली के बगैर ही अपना कार्य कर पाते है। हालांकि छत पर भी समुचित स्थान होने पर सोलर पैनल इंस्टाल हो पाएंगे।
पुराने AC को सोलर AC में बदलें
आपने एक नए सोलर पैनल, इन्वर्टर एवं सोलर के लिए उपर्युक्त कंपेटिबल AC को लगाना है। इस प्रकार का सेटअप आपके पुराने तरीके के AC को एक सोलर AC बना देगा। इसके बाद आपके बिजली के बिल में भी कमी आएगी। किन्ही दशाओं में आपको अपने वर्तमान AC को सोलर पावर पर कार्यान्वित करने में सोलर पैनल एवं इन्वर्टर से जोड़ना होगा। किंतु इसकी कुछ लिमिट भी है। आपने यह देखना है कि इस समय का AC लग रहे इन्वर्टर से समायोजित होने योग्य है।
वैसे अधिकंश पुराने मॉडल के AC सोलर एनर्जी से आने वाली बिजली पर चलने के योग्य नहीं होते है। सोलर पैनलों से AC के कार्यान्वयन के लिए प्रचुर मात्रा में पावर नही बनती है। आपको अपने पुराने मॉडल के AC को एकदम से सोलर पैनल एवं इन्वर्टर के साथ बदलना होगा और आपने एक पूर्णतया सोलर के लायक AC यूनिट को लगना होगा। यह डायरेक्ट ही सोलर पैनल से पैदा होने वाली बिजली को प्रयोग कर पाएगा। ये एक अधिक सतत एवं फायदेमंद ऑप्शन रहेगा किंतु इसमें थोड़ा खर्चा ज्यादा होगा।
सोलर AC में आने के फायदे
सोलर AC में परंपरागत AC के मुकाबले बिजली की खपत कम ही होती है और उपभोक्ता अपने बिजली के बिल में कमी कर पाता है। इससे ग्राहक का पैसों का बोझ भी कम हो जाता है। सोलर AC में नवीनीकरण ऊर्जा का इस्तेमाल होने की वजह से ये इको फ्रेंडली भी है एवं प्रदूषण भी कम फैलाता है। इससे लोगो के हरित ऊर्जा के इस्तेमाल करके प्रकृति के संरक्षण में हिस्सेदारी का मौका देता है।
सोलर AC में काम करने वाले पार्ट्स भी कम रहते है जोकि रख रखाव की जरूरत इमें कमी लाते है। सोलर AC के मामले में सोलर पैनल इंस्टाल करने वाले लोग सब्सिडी के भी योग्य होंगे जोकि इंस्टाल करने के खर्चे को भी कम करता है। ऐसे परंपरागत AC के मुकाबले सोलर AC ज्यादा खर्चे में इंस्टाल होता है।
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सोलर AC बदलाव की हानियां
सोलर AC एवं इसको लगाने का खर्च रेगुलर AC के मुकाबले कुछ ज्यादा रह सकता है तो शुरू का निवेश ज्यादा पैसे का हो सकता है। अगर आपने सूरज की रोशनी के बैगर AC से काम लेना हो तो आपको बैटरी से चलाने की जरूरत पड़ेगी। इस एक्स्ट्रा खर्चे को टोटल खर्चे में जोड़ सकते है। सोलर पैनलों को लगाने में भी उपर्युक्त जगह की आवश्यकता रहती है जोकि सभी के पास हो ऐसा नहीं है। तो आपको इस ऑप्शन पर बढ़ने से पूर्व इन बात पर भी सोचना होगा।