
गिरिडीह से एक अहम निर्देश सामने आया है, जहां बकाएदारों की बिजली अब विभागीय कार्रवाई के दायरे में आ चुकी है। बिजली विभाग ने कड़े तेवर दिखाते हुए यह स्पष्ट किया है कि जिन उपभोक्ताओं ने लंबे समय से बिजली बिल का भुगतान नहीं किया है, उनके बिजली कनेक्शन अब काटे जाएंगे। सोमवार को विभाग के कार्यपालक अभियंता (Executive Engineer) मृणाल गौतम ने एक अहम बैठक में एसडीओ (Sub Divisional Officer) और जेई (Junior Engineer) को निर्देश दिया कि वे इस कार्य को प्राथमिकता पर लें और सख्ती से लागू करें।
उन्होंने कहा कि ऐसे सभी उपभोक्ता जिन पर एक लाख रुपये से अधिक का बकाया है, उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई कर बिजली कनेक्शन काटा जाए। यह निर्देश न केवल विभागीय सख्ती को दर्शाता है, बल्कि Revenue Collection बढ़ाने और बिजली चोरी या अनियमितता पर लगाम कसने की एक ठोस पहल है।
बकायेदारों पर सख्त रुख, लिस्ट तैयार
विभाग ने बकायेदारों की सूची पहले ही तैयार कर ली है। इस सूची में उन उपभोक्ताओं को शामिल किया गया है जिन्होंने समय पर बिजली बिल का भुगतान नहीं किया है और लगातार विभागीय नोटिस को नजरअंदाज कर रहे हैं। अब इन पर सख्त कार्रवाई तय मानी जा रही है। कार्यपालक अभियंता ने स्पष्ट किया कि 100,000 रुपये से अधिक बकाया रखने वाले उपभोक्ताओं की बिजली किसी भी सूरत में काट दी जाए।
इस कदम का उद्देश्य न सिर्फ राजस्व की वसूली है, बल्कि यह संदेश देना भी है कि विभाग अब ढिलाई के मूड में नहीं है। गौतम ने कहा कि कई बार उपभोक्ता जानबूझकर बिल नहीं भरते और बिजली का उपयोग जारी रखते हैं, यह स्थिति अब स्वीकार्य नहीं है।
गलत बिलिंग और एजेंसियों की भूमिका पर फटकार
बैठक में मृणाल गौतम ने गलत बिजली बिलिंग (Wrong Billing) के मुद्दे पर भी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने बिलिंग एजेंसी और स्मार्ट मीटर लगाने वाली एजेंसी को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि गलत बिलिंग के कारण आम उपभोक्ता परेशान होते हैं और विभाग की साख पर भी असर पड़ता है।
बैठक में शामिल साईं कंप्यूटर के प्रमोद सिंह और स्मार्ट मीटर एजेंसी के अभिषेक दुबे को सख्त निर्देश दिए गए कि वे अपने कार्य में पारदर्शिता लाएं और सभी उपभोक्ताओं के साथ न्याय करें। विभाग की छवि को बेहतर बनाने के लिए यह जरूरी है कि बिलिंग प्रक्रिया त्रुटिहीन हो।
स्मार्ट मीटर से बंद होगा फर्जी व्यापार
गौतम ने Smart Meter लगाने को लेकर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि स्मार्ट मीटर से न केवल बिजली चोरी रोकी जा सकेगी, बल्कि इससे उपभोक्ता का वास्तविक उपयोग ट्रैक किया जा सकेगा और फर्जीवाड़ा समाप्त होगा। उन्होंने कहा कि यह एक आधुनिक और पारदर्शी व्यवस्था की ओर बढ़ने का कदम है, जिससे न केवल उपभोक्ताओं को सही जानकारी मिलेगी बल्कि विभाग को भी लाभ होगा।
स्मार्ट मीटर की यह योजना बिजली वितरण प्रणाली को डिजिटलाइज करने की दिशा में एक ठोस कदम है। यह उपभोक्ताओं को रियल टाइम में बिलिंग जानकारी उपलब्ध कराने, मीटर रीडिंग में हेराफेरी को रोकने और Renewable Energy सिस्टम से जोड़ने में भी सहायक होगा।
आगजनी की घटनाओं से निपटने को दी सलाह
मृणाल गौतम ने आम जनता को सावधानी बरतने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि आगजनी की घटनाएं (Fire Incidents) लगातार सामने आ रही हैं, जिससे घरों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को भारी नुकसान हो रहा है। उन्होंने उपभोक्ताओं को अपने घरों में सही वायरिंग, MCB (Miniature Circuit Breaker) लगाने और समय-समय पर इलेक्ट्रिक चेकअप कराने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि लापरवाही के कारण हादसे होते हैं और इससे जान-माल की हानि भी होती है। यदि उपभोक्ता सही उपाय करें, तो ऐसी घटनाओं से बचा जा सकता है।
बैठक में शामिल अधिकारी
इस अहम बैठक में एसडीओ सुजीत उपाध्याय, जेई अमित कुमार, बिलिंग एजेंसी के इंचार्ज प्रमोद सिंह, बैंटेक एजेंसी के जितेंद्र पांडे, और स्मार्ट मीटर एजेंसी के सहायक प्रबंधक अभिषेक दुबे उपस्थित थे। बैठक का मुख्य उद्देश्य बिजली व्यवस्था में सुधार, पारदर्शिता और जवाबदेही लाना था।