मेड इन इंडिया सोलर पैनल है या नहीं? कैसे जानें

सोलर पैनल का प्रयोग करने से उपयोगकर्ता को कई सारे लाभ होते हैं। सरकार भी मेड इन इंडिया पैनल लगाने पर सब्सिडी देती है।

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Written byRohit Kumar

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मेड इन इंडिया सोलर पैनल है या नहीं? कैसे जानें

सोलर पैनल सोलर एनर्जी से बिजली जनरेट करते हैं, इस बिजली के द्वारा सभी प्रकार की इलेक्ट्रिक डिवाइसों को चलाया जा सकता है। सोलर एनर्जी के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए सरकार भी नागरिकों को प्रोत्साहित कर रही है। भारत सौर ऊर्जा का एक बड़ा बाजार है, जिसमें सोलर पैनल का निर्माण करने वाले अनेक ब्रांड मौजूद हैं। इनमें से सभी मेड इन इंडिया सोलर सोलर पैनल (Made in India Solar Panel) नहीं बनाते हैं।

मेड इन इंडिया सोलर पैनल है या नहीं?

मेड इन इंडिया सोलर पैनल का प्रयोग करने से यूजर को कई लाभ होते हैं, ऐसे पैनल को सब्सिडी के माध्यम से खरीदा जा सकता है। पहले देश में ज्यादातर सोलर पैनल चाइना से आयात होते थे, उन सोलर पैनल का डोमेस्टिक कंटेंट रेगुलेशन (DCR) के अंतर्गत टेस्ट किया गया जिसमें में फेल हुए हैं। भारत में बने सोलर पैनल का एक पंजीकृत UID (यूनिट आइडेंटिफिकेशन नंबर) होना चाहिए, जिससे उन्हें वेरीफाई किया जा सकता है।

इस प्रकार करें मेड इन इंडिया सोलर पैनल को चेक

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भारत में बनने वाले सोलर पैनल को इस प्रकार चेक किया जा सकता है:-

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  • UID की सहायता से पोर्टल पर जाके सोलर पैनल की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
  • MNRE द्वारा UID से पैनल की जानकारी जानने के लिए ऑनलाइन रिपॉजिटरी प्लेटफॉर्म को लांच किया गया है। इस से आसानी से यह पता चल जाएगा कि सोलर पैनल भारत में बना है या नहीं।
  • भारत में बने सोलर पैनल BIS (Bureau of Indian Standards) सर्टिफाइड होते हैं।
  • सोलर विक्रेता से सोलर पैनल की जानकारी प्राप्त की जा सकती है, क्योंकि वेंडर के पास पैनल के सभी ओरिजिन और क्वालिटी सर्टिफिकेट्स होते हैं।

भारत में बने सोलर पैनल का प्रयोग करने से पैनल की विश्वनीयता बनी रहती है, ऐसे में यदि कभी सोलर पैनल काम करना बंद कर दे, तो उस पर निर्माता ब्रांड द्वारा दी जाने वाली वारंटी का लाभ यूजर आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। जबकि अन्य स्थानों से आयात किए गए सोलर पैनल एक प्रकार से फेक वारंटी दी जाती है।

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