
भारतीय रेलवे (Indian Railway) के तहत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने हाल ही में जेड सुरंग का उद्घाटन किया। इस महत्वपूर्ण सुरंग के शुरू होने से यात्रा सुगम हो जाएगी और लोगों को काफी फायदा मिलेगा। इसी कड़ी में भारतीय रेलवे ने उत्तराखंड (Uttarakhand) में एक और बड़ा प्रोजेक्ट शुरू किया है, जो चारधाम यात्रियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगा। इस प्रोजेक्ट के तहत लंबी सुरंगें बनाई जाएंगी, जिससे सफर बेहद आसान हो जाएगा।
यह भी देखें: Air Conditioner: AC चलेगा धुआंधार, बिजली बिल होगा कम! इस ट्रिक से घर बनेगा हिमालय जैसा ठंडा
भारतीय रेलवे का ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल प्रोजेक्ट उत्तराखंड के लिए एक ऐतिहासिक कदम है। सुरंगों और पुलों से सुसज्जित यह रेल मार्ग यात्रियों के लिए सुविधाजनक और समय की बचत करने वाला साबित होगा। चारधाम यात्रियों के साथ-साथ स्थानीय निवासियों को भी इस परियोजना से बड़ा लाभ मिलेगा।
125 किमी का सफर, 105 किमी सुरंग के भीतर
भारतीय रेलवे उत्तराखंड में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग (Rishikesh-Karnaprayag) रेलवे लाइन प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहा है। इस ट्रैक की कुल लंबाई 125.20 किलोमीटर होगी, जिसमें से 105 किलोमीटर का ट्रैक सुरंगों से होकर गुजरेगा। यह देश की सबसे लंबी रेलवे टनल होगी, जो मात्र दो घंटे में यह सफर पूरा कर देगी।
फिलहाल, सड़क मार्ग से ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक जाने में लगभग सात घंटे का समय लगता है। ऐसे में रेलवे प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद यात्रियों का न केवल समय बचेगा बल्कि यात्रा भी ज्यादा सुरक्षित और आरामदायक हो जाएगी।
यह भी देखें: RITES Recruitment 2025: रेलवे में नौकरी का सुनहरा मौका, ₹35,000+ सैलरी के साथ बंपर भर्ती, जल्द करें अप्लाई
17 सुरंगें और 35 पुल होंगे निर्माणाधीन
भारतीय रेलवे के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के तहत 125 किमी के इस ट्रैक पर कुल 17 सुरंगें बनाई जा रही हैं। यह सुरंगें इस रेलवे ट्रैक के 12 स्टेशनों से होकर गुजरेंगी। इसके अलावा पहाड़ी रास्तों को पार करने के लिए रेलवे को 35 पुल भी बनाने होंगे।
इस ट्रैक पर बनने वाली सबसे लंबी सुरंग 15.1 किमी की होगी, जो देवप्रयाग (Devprayag) से लछमोली (Lachmoli) के बीच बनाई जा रही है। इस सुरंग के निर्माण के बाद उत्तराखंड की चारधाम यात्रा (Char Dham Yatra) करने वाले यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।
रेलवे प्रोजेक्ट के फायदे
- समय की बचत: वर्तमान में सड़क मार्ग से यह सफर 7 घंटे में पूरा होता है, लेकिन इस रेलवे ट्रैक के बन जाने से यह सफर सिर्फ 2 घंटे में पूरा हो जाएगा।
- सुरक्षित यात्रा: पहाड़ी इलाकों में सड़क मार्ग से यात्रा के दौरान कई जोखिम होते हैं, लेकिन रेलवे यात्रा को ज्यादा सुरक्षित बनाएगी।
- आर्थिक बचत: ट्रेन से यात्रा करने से यात्रियों को सड़क मार्ग की तुलना में कम खर्च आएगा और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
- प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव: सुरंगों और पुलों से होकर गुजरने वाली यह ट्रेन यात्रा यात्रियों को उत्तराखंड की खूबसूरती का अलग अनुभव देगी।
यह भी देखें: 1 करोड़ सरकारी कर्मचारियों के लिए खुशखबरी! आज बढ़ेगा महंगाई भत्ता, सैलरी में आएगा बड़ा उछाल
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का महत्व
यह रेल परियोजना उत्तराखंड के आर्थिक और पर्यटन विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इससे न केवल चारधाम यात्रियों को फायदा होगा, बल्कि स्थानीय लोगों को भी रोजगार और आवागमन में राहत मिलेगी। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन उत्तराखंड में रेलवे नेटवर्क को मजबूत बनाएगी और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को भी बेहतर करेगी।