
देशभर में डिजिटल लेनदेन बढ़ने के साथ-साथ गलत बैंक अकाउंट नंबर में पैसे ट्रांसफर होने की घटनाएं भी तेजी से बढ़ रही हैं। What To Do If Someone Accidentally Puts Money In Your Account – यह सवाल आज के समय में हर उस व्यक्ति के लिए महत्वपूर्ण है जो ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करता है। कभी-कभी बैंक अकाउंट नंबर लिखते समय सिर्फ एक अंक की गलती से पैसा किसी गलत खाते में चला जाता है। ऐसी स्थिति में अगर आपके अकाउंट में किसी और के पैसे गलती से आ जाएं, तो क्या करना चाहिए? क्या उन पैसों का इस्तेमाल किया जा सकता है? या फिर इसका कोई कानूनी असर हो सकता है? आइए विस्तार से जानते हैं इस पूरे मामले को।
अकाउंट में गलती से पैसे आ जाएं तो सबसे पहले क्या करें?
अगर किसी कारणवश आपके बैंक अकाउंट में अचानक एक बड़ी रकम आ जाती है, और आपको इस ट्रांजैक्शन की कोई जानकारी नहीं है, तो सबसे पहले आपको अपने बैंक को इस लेनदेन की जानकारी देनी चाहिए। बैंक को फोन, ईमेल या ब्रांच जाकर सूचित करें और उस ट्रांजैक्शन की सभी डिटेल्स—जैसे अमाउंट, रिफरेंस नंबर, ट्रांजैक्शन डेट आदि—दे दें।
बैंक के पास ऐसे मामलों के लिए एक इंटरनल प्रोटोकॉल होता है, जिसके जरिए यह जांच की जाती है कि पैसा कहां से और किस गलती से आया है। यदि आपने बैंक को इस बारे में नहीं बताया और बाद में यह ट्रांजैक्शन संदिग्ध या किसी गैरकानूनी स्रोत से निकला, तो बैंक और जांच एजेंसियां आपको भी उस मामले में दोषी मान सकती हैं।
गलती से आए पैसे खर्च कर दिए तो क्या होगा?
अगर आपने गलती से आए पैसे को अपनी संपत्ति समझकर खर्च कर लिया, तो आपको उन्हें बैंक या उस व्यक्ति को वापस करना पड़ेगा जिसका पैसा आपके खाते में आया था। What To Do If Someone Accidentally Puts Money In Your Account इस सवाल का यह जवाब भी बेहद जरूरी है कि पैसे खर्च करने से आप कानूनी रूप से फंस सकते हैं।
यदि आप पैसे वापिस करने से इनकार करते हैं, तो बैंक आपका अकाउंट फ्रीज कर सकता है। साथ ही आप पर धोखाधड़ी (Fraud) का मामला दर्ज हो सकता है, जिसके तहत आपको जेल तक जाना पड़ सकता है। भारतीय कानून के तहत किसी और की संपत्ति को जानबूझकर हड़पना अपराध है, भले ही वह गलती से आपके पास क्यों न आई हो।
काला धन और कानूनी खतरा
आजकल मनी लॉन्ड्रिंग और काले धन (Black Money) से जुड़े मामलों में बैंकों और एजेंसियों की नजर बेहद सख्त है। यदि किसी व्यक्ति या संगठन का काला धन गलती से या जानबूझकर आपके खाते में ट्रांसफर किया जाता है, और आपने उसे खर्च कर लिया, तो जांच एजेंसियां आपको भी उस आपराधिक गतिविधि का हिस्सा मान सकती हैं। ऐसे में ED, IT Department और बैंकिंग नियामक संस्थाएं आपकी वित्तीय गतिविधियों की जांच कर सकती हैं।
गलती से ट्रांसफर हुए पैसे की वापसी कैसे हो?
अगर आपसे गलती से किसी दूसरे अकाउंट में पैसे ट्रांसफर हो गए हैं, तो सबसे पहले अपने बैंक से संपर्क करें। बैंक एक reversal process शुरू करेगा जिसके तहत गलत अकाउंट होल्डर से संपर्क किया जाएगा और अनुमति मिलने के बाद पैसे वापस ट्रांसफर किए जाएंगे।
हालांकि अगर सामने वाला व्यक्ति पैसे वापिस करने से इनकार करता है, तो आपको FIR दर्ज करानी होगी और कंज़्यूमर कोर्ट या सिविल कोर्ट का सहारा लेना पड़ेगा। इसलिए जरूरी है कि आप अपने सभी ट्रांजैक्शन सावधानी से करें और अकाउंट नंबर डालते समय विशेष सतर्कता बरतें।
डिजिटल युग में सतर्कता जरूरी
डिजिटल पेमेंट सिस्टम जैसे UPI, IMPS, NEFT और RTGS ने हमारी जिंदगी को आसान बनाया है, लेकिन यह भी एक सच्चाई है कि एक छोटी सी गलती भारी नुकसान का कारण बन सकती है। ऐसे में हर ट्रांजैक्शन के समय अकाउंट नंबर, IFSC कोड और प्राप्तकर्ता का नाम ध्यान से जांचना चाहिए।
वहीं दूसरी तरफ, अगर आपके खाते में कोई अनजान ट्रांजैक्शन होता है, तो उसकी सूचना तत्काल बैंक और संभव हो तो Cyber Crime Cell को दें।
जिम्मेदारी और नैतिकता का पालन करें
कानून से हटकर अगर नैतिकता की बात की जाए, तो भी किसी और के पैसे को बिना जानकारी के खर्च करना गलत है। समाज में भरोसे और ईमानदारी की मिसाल बनने के लिए जरूरी है कि आप ऐसे किसी ट्रांजैक्शन की सूचना तुरंत दें और उसका इस्तेमाल ना करें।