
भारत संचार निगम लिमिटेड यानी बीएसएनएल-BSNL ने अपने लोकप्रिय लॉन्ग टर्म प्रीपेड प्लान्स की वैधता (Validity) में 30 दिनों की कटौती कर दी है, जिससे लाखों यूजर्स प्रभावित हो सकते हैं। खासकर वे ग्राहक जो ₹1499 और ₹2399 जैसे लॉन्ग टर्म रिचार्ज प्लान्स को अपनाते हैं, उन्हें अब उतना लंबा फायदा नहीं मिलेगा जितना पहले मिलता था।
यह बदलाव उन ग्राहकों के लिए चिंता का विषय बन गया है जो बिना बार-बार रिचार्ज किए लंबी अवधि की सेवाओं पर भरोसा करते थे। बीएसएनएल के ये दोनों प्लान्स अब कम वैधता के साथ उपलब्ध हैं, भले ही इनके बाकी बेनिफिट्स में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
₹2399 वाला प्लान: अब सिर्फ 395 दिन की वैधता
बीएसएनएल-BSNL का ₹2399 वाला प्रीपेड प्लान पहले 425 दिनों की लंबी वैधता के साथ आता था, जो कि मार्केट में मौजूद अन्य टेलीकॉम ऑपरेटरों की तुलना में काफी लाभदायक था। अब कंपनी ने इस प्लान की वैधता घटाकर 395 दिन कर दी है, यानी सीधे 30 दिनों की कटौती कर दी गई है।
इस प्लान के तहत यूजर्स को रोजाना 2GB हाई स्पीड डेटा, अनलिमिटेड वॉइस कॉलिंग और हर दिन 100 SMS मिलते हैं। साथ ही, कुछ सर्किलों में बीएसएनएल एक्स्ट्रा बेनिफिट्स भी देता है, जैसे फ्री कॉलर ट्यून और EROS Now जैसे ओटीटी-OTT प्लेटफॉर्म्स का सब्सक्रिप्शन।
हालांकि इन सुविधाओं में कोई बदलाव नहीं हुआ है, लेकिन वैधता कम होने के चलते यूजर्स को यह प्लान अब पहले जितना आकर्षक नहीं लग सकता, खासकर वे लोग जो इसे लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट की तरह देखते थे।
₹1499 वाला प्लान: अब केवल 336 दिन के लिए
₹1499 वाला प्लान बीएसएनएल का एक और लोकप्रिय लॉन्ग टर्म प्रीपेड ऑफर था, जिसे पहले 365 दिनों के लिए एक्टिव किया जा सकता था। लेकिन अब इसकी वैधता भी घटाकर 336 दिन कर दी गई है।
इस प्लान में यूजर्स को कुल 24GB डेटा पूरे वैधता पीरियड के लिए मिलता है, यानी इसमें डेली डेटा लिमिट नहीं होती। इसके अलावा, अनलिमिटेड वॉइस कॉलिंग और प्रतिदिन 100 SMS की सुविधा दी जाती है।
यह प्लान खासतौर पर उन यूजर्स के लिए डिज़ाइन किया गया था जो वाई-फाई नेटवर्क पर ज्यादा निर्भर रहते हैं और उन्हें एक बेसिक सिम की ज़रूरत होती है कॉलिंग और OTP जैसी ज़रूरतों के लिए। अब वैधता में हुई कटौती से इस प्लान की उपयोगिता पर भी असर पड़ सकता है।
बीएसएनएल-BSNL की रणनीति के पीछे का मकसद
बीएसएनएल द्वारा अचानक की गई इस कटौती को टेलीकॉम एक्सपर्ट्स ऑपरेशनल लागत में बढ़ोतरी और प्रतिस्पर्धा के बढ़ते दबाव से जोड़कर देख रहे हैं। भारत में टेलीकॉम कंपनियां अब डेटा खपत और ओटीटी कंटेंट पर ज्यादा फोकस कर रही हैं। ऐसे में लंबे समय तक वैधता देना कंपनियों के रेवेन्यू मॉडल को नुकसान पहुंचा सकता है। बीएसएनएल इस रणनीति के जरिए शायद अपने रेवेन्यू स्ट्रक्चर को मजबूत करना चाह रही है ताकि ऑपरेशनल कास्ट को बैलेंस किया जा सके।
हालांकि इससे ग्राहकों में असंतोष बढ़ने की संभावना है, खासकर उन यूजर्स के बीच जिन्होंने हाल ही में इन प्लान्स को रिचार्ज कराया है या रिचार्ज कराने की योजना बना रखी थी।
क्या फिर भी बीएसएनएल-BSNL के प्लान्स फायदेमंद हैं?
यदि अन्य टेलीकॉम कंपनियों जैसे रिलायंस जियो-Reliance Jio, एयरटेल-Airtel या वोडाफोन आइडिया-Vi से तुलना की जाए, तो बीएसएनएल के लॉन्ग टर्म प्लान्स अब भी कुछ मामलों में बेहतर साबित होते हैं।
उदाहरण के लिए, जियो का ₹2999 वाला प्लान 365 दिन की वैधता देता है, जबकि एयरटेल और Vi के भी सीमित लॉन्ग टर्म विकल्प हैं। इसके मुकाबले बीएसएनएल का ₹2399 वाला प्लान 395 दिन यानी लगभग 13 महीनों तक चलता है।
इसी तरह, ₹1499 वाला प्लान भी उन ग्राहकों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है जिन्हें ज्यादा डेटा की ज़रूरत नहीं है और जो सिर्फ बेसिक सेवाओं के लिए सिम चालू रखना चाहते हैं।
उपभोक्ता क्या करें?
अगर आप पहले से बीएसएनएल यूजर हैं या लॉन्ग टर्म प्रीपेड प्लान्स की तलाश में हैं, तो ये जरूरी है कि आप अपनी आवश्यकताओं के हिसाब से निर्णय लें। अगर आप रोजाना ज्यादा डेटा इस्तेमाल करते हैं और आपको ओटीटी-OTT एक्सेस भी चाहिए, तो ₹2399 वाला प्लान अभी भी किफायती माना जा सकता है। वहीं अगर आप कम डेटा इस्तेमाल करते हैं और सालभर कॉलिंग और SMS की सुविधा चाहते हैं, तो ₹1499 वाला विकल्प आपके लिए ठीक रहेगा – बशर्ते आप वैधता में हुई कटौती से सहमत हों। इसके अलावा, आपके इलाके में बीएसएनएल की नेटवर्क गुणवत्ता और कवरेज भी इस फैसले में अहम भूमिका निभा सकते हैं।