
सऊदी अरब एक ऐसा देश है जो अपनी चमचमाती इमारतों, विशाल हवेलियों और अमीर शेखों के विलासिता भरे जीवन के लिए जाना जाता है। यह न केवल पर्यटन के लिए बल्कि रोजगार की तलाश में जाने वाले लोगों के लिए भी एक प्रमुख गंतव्य है। खासकर भारतीय, बांग्लादेशी और पाकिस्तानी कामगारों के लिए यह देश एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
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सऊदी रियाल की मजबूती और भारतीय रुपये पर असर
वाइस डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में 1 सऊदी रियाल (SAR) की कीमत भारतीय रुपये (INR) में 23.24 रुपये के बराबर है। यही वजह है कि भारत से लाखों लोग सऊदी अरब में काम करने के लिए जाते हैं। यहां काम करने वाले भारतीय नागरिक अपनी मेहनत से अच्छी आमदनी अर्जित कर सकते हैं और भारत लौटने पर उनकी बचत भारतीय मुद्रा में काफी ज्यादा होती है।
अगर कोई भारतीय नागरिक 1 लाख रियाल कमाकर भारत लौटता है, तो उसे भारतीय मुद्रा में लगभग 22,34,000 रुपये मिलते हैं। इसके विपरीत, अगर कोई भारतीय नागरिक 1 लाख रुपये लेकर सऊदी अरब जाता है, तो उसे लगभग 4,476.11 रियाल मिलते हैं। इस प्रकार, भारतीय मुद्रा की तुलना में सऊदी रियाल की उच्च विनिमय दर भारतीय कामगारों को वहां काम करने के लिए प्रेरित करती है।
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रोजगार के अवसर और भारतीय कामगारों की भूमिका
सऊदी अरब भारतीय कामगारों के लिए एक प्रमुख रोजगार केंद्र बना हुआ है। यहां हर साल हजारों भारतीय कामगार नौकरी के लिए आते हैं, जिनमें इंजीनियर, डॉक्टर, तकनीशियन, निर्माण मजदूर और घरेलू सहायक शामिल हैं। भारत और सऊदी अरब के बीच व्यापारिक संबंध भी मजबूत होते जा रहे हैं, जिससे दोनों देशों के बीच श्रम शक्ति का अधिक आदान-प्रदान संभव हो पा रहा है।
सऊदी अरब में भारतीय समुदाय की संख्या काफी अधिक है और वे वहां की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। प्रवासी भारतीयों की मेहनत और कुशलता के कारण वे कई क्षेत्रों में उच्च पदों पर भी कार्यरत हैं।
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भारत और सऊदी अरब के बीच व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंध
भारत और सऊदी अरब के बीच व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंध बहुत पुराने और मजबूत हैं। सऊदी अरब न केवल भारत के लिए एक महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार है, बल्कि दोनों देशों के बीच ऊर्जा सहयोग भी काफी मजबूत है।
किंग सलमान के शासनकाल में भारत और सऊदी अरब के द्विपक्षीय संबंधों में निरंतर सुधार देखा गया है। दोनों देशों के बीच पेट्रोलियम, रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy), टेक्नोलॉजी और निवेश जैसे क्षेत्रों में व्यापार बढ़ा है।
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पर्यटन में भी हो रहा है इजाफा
भारत से सऊदी अरब आने वाले पर्यटकों की संख्या में भी लगातार वृद्धि हो रही है। सऊदी अरब में मक्का और मदीना जैसे धार्मिक स्थल भारतीय मुस्लिम समुदाय के लिए विशेष महत्व रखते हैं। इसके अलावा, सऊदी सरकार ने हाल के वर्षों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई नए नियम लागू किए हैं, जिससे अधिक से अधिक भारतीय पर्यटक यहां आ रहे हैं।
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सऊदी अरब में जीवन और प्रवासी भारतीयों की चुनौतियां
सऊदी अरब में भारतीय कामगारों को कई प्रकार की चुनौतियों का सामना भी करना पड़ता है। हालांकि वहां वेतन भारतीय मानकों की तुलना में अधिक है, लेकिन सख्त कानून, अलग सामाजिक नियम और भाषा की समस्या उनके लिए कठिनाइयां पैदा कर सकती हैं। इसके बावजूद, भारतीय समुदाय ने वहां की परिस्थितियों में खुद को ढाल लिया है और वे अपनी मेहनत से न केवल अपनी बल्कि अपने परिवारों की आर्थिक स्थिति को भी सुधार रहे हैं।