
वाराणसी में महाकुंभ 2025 के चलते श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है, जिससे यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है। बढ़ती भीड़ और ट्रैफिक समस्याओं को देखते हुए प्रशासन ने नगर क्षेत्र के कक्षा 8 तक के सभी स्कूलों को 22 फरवरी तक बंद रखने का आदेश जारी किया है। यह निर्णय वाराणसी के जिलाधिकारी द्वारा लिया गया है, ताकि स्कूली बच्चों और उनके अभिभावकों को असुविधा से बचाया जा सके।
ऑनलाइन कक्षाएं होंगी जारी, बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी
बेसिक शिक्षा अधिकारी अरविंद कुमार पाठक ने बताया कि वाराणसी के सभी परिषदीय, सहायता प्राप्त, मान्यता प्राप्त, सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के स्कूलों को 22 फरवरी तक बंद करने का आदेश दिया गया है। हालांकि, बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए ऑनलाइन कक्षाएं जारी रहेंगी। सभी खंड शिक्षा अधिकारियों और निजी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों/प्रबंधकों को आदेश दिया गया है कि वे सुनिश्चित करें कि ऑनलाइन शिक्षा सुचारू रूप से चलती रहे।
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काशी तमिल संगमम् के कारण बिगड़ी ट्रैफिक व्यवस्था
महाकुंभ के अलावा वाराणसी में काशी तमिल संगमम् का आयोजन भी चल रहा है, जिसके कारण शहर में वीवीआईपी आगमन बढ़ गया है। शनिवार से इस आयोजन के चलते वाराणसी की यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। अचानक लगाए गए ट्रैफिक डायवर्जन और प्रतिबंधों के कारण पूरे शहर में लंबा जाम लग गया। वाराणसी के एंट्री प्वाइंट्स पर वाहनों की लंबी कतारें देखी गईं, जिससे आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
स्कूली बसें 7 घंटे तक फंसी रहीं, बच्चों को झेलनी पड़ी मुश्किलें
शनिवार को वाराणसी के पड़ाव चौराहे के पास करीब 30 स्कूली बसें दोपहर 2 बजे से रात 9 बजे तक जाम में फंसी रहीं। बसों में बैठे बच्चे परेशान हो गए और कई बच्चों ने रोना भी शुरू कर दिया। धीरे-धीरे शाम 7:30 बजे के बाद कुछ बसें रामनगर और राजघाट की ओर से निकल पाईं। प्रशासन द्वारा नमो घाट पर वीवीआईपी आगमन को देखते हुए पड़ाव चौराहे से राजघाट पुल तक आवागमन रोक दिया गया था, जिससे जाम की स्थिति और खराब हो गई।
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स्थानीय लोगों में नाराजगी, प्रशासन पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों और अभिभावकों ने प्रशासन की विफलता पर नाराजगी जाहिर की है। कैंट क्षेत्र की रहने वाली रश्मि पाठक ने बताया कि बसों में फंसे बच्चों को घंटों परेशानी झेलनी पड़ी, जिससे कई बच्चे डर और घबराहट के कारण रोने लगे। यात्री सुमंत अग्रहरि ने कहा कि प्रशासन की यह बड़ी विफलता है कि स्कूली बसें 5 से 7 घंटे तक जाम में फंसी रहीं।
लगातार बढ़ रही है महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़
महाकुंभ 2025 के चलते वाराणसी में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिससे शहर की यातायात व्यवस्था बार-बार प्रभावित हो रही है। वीवीआईपी मूवमेंट के कारण अचानक ट्रैफिक डायवर्जन से आम जनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वाराणसी के टेंगरा मोड़, पड़ाव चौराहा, रामनगर, सामनेघाट पुल और विश्वसुंदरी पुल पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं, जिससे लोगों को घंटों जाम में फंसे रहना पड़ा।
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प्रशासन से उचित योजना की मांग
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को पहले से उचित योजना बनाकर काम करना चाहिए था, ताकि ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं से बचा जा सके। स्कूली बच्चों और उनके अभिभावकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन को अतिरिक्त उपाय करने की आवश्यकता है। अभिभावकों का मानना है कि भविष्य में ऐसे आयोजनों के दौरान प्रशासन को बेहतर प्लानिंग करनी चाहिए।
ऑनलाइन पढ़ाई के लिए सभी तैयारियां पूरी
स्कूल बंद होने के बावजूद बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था की गई है। सभी स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे बच्चों को समय पर पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराएं और ऑनलाइन कक्षाएं नियमित रूप से संचालित करें। बच्चों की शिक्षा को सुचारू रखने के लिए शिक्षकों को भी विशेष निर्देश दिए गए हैं।