यह शहर सिर्फ एक दिन के लिए बनी भारत की राजधानी! जानें क्या थी इसकी वजह

वर्ष 1858 में प्रयागराज जिले को भारत की राजधानी घोषित किया गया था। इसके अलावा देश के कई राज्य, शहरों को भी भारत की राजधानी बनने का मौका मिला था।

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Written byRohit Kumar

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हर कोई जनता है कि भारत की राजधानी दिल्ली है जिसे अंग्रेज काल में बनाया गया था। लेकिन क्या आपको पता है इसके अलावा भी भारत की अन्य कई राजधानी रही है जो कई बार बदली हैं। जानकारी के लिए बता भारत की राजधानी बनने का मौका कई राज्यों को भी मिला है। इतिहास में एक जिले को एक दिन के लिए भारत की राजधानी बनाया गया था इस घटना को स्वर्ण अक्षर में लिखा गया है। आइए जानते हैं क्या वजह थी जो एक दिन के लिए जिले को राजधानी का सम्मान दिया गया।

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कौन से शहर बने भारत की राजधानी?

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भारतीय इतिहास की बात करें तो देश के कई शहरों को कुछ समय के लिए राजधानी का दर्जा मिला है। देश की राजधानी बनने का मौका शिमला, पाटलिपुत्र, कोलकता और धर्मशाला जैसे शहरों को मिला है। लोग इन शहरों को जानते ही होंगे और में आपने इनके बारे में पढ़ा भी होगा।

एक दिन के लिए कौन सा जिला बना था राजधानी?

एक दिन के लिए भारत की राजधानी बनने का मौका उत्तर प्रदेश के प्रयागराज शहर को मिला था। पहले इसका नाम इलाहबाद था लेकिन बाद में बदलकर इसे प्रयागराज कर दिया गया था। वर्तमान समय में यह यूपी का जिला है। यह जगह प्रयाग, गंगा, सरस्वती और यमुना नदी के तट पर स्थित है इसलिए इसका नाम हिन्दू धर्म के आधार पर प्रयागराज रखा हुआ है।

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प्रयागराज एक दिन की राजधानी क्यों बना?

वर्ष 1858 में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले को एक दिन के लिए भारत की राजधानी बनाया गया था। यह इसलिए हुआ था क्योंकि ब्रिटिश राजशाही को देश का शासन दिया गया था जो कि पहले ईस्ट इंडिया कंपनी को दिया गया था। बता दें इस समय काल में इलाहाबाद विश्वविद्यालय एवं इलाहबाद उच्च न्यायलय की स्थापना भी की गई थी। इसके बाद की बात करें तो वर्ष 1912 में कोलकाता से राजधानी को दिल्ली ही सिफ्ट कर दिया गया था और तब से दिल्ली अभी तक देश राजधानी बनी हुई है।

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