सोलर पैनल की लोकप्रियता आज के समय में तेजी से बढ़ रही है, बिजली की बढ़ती जरूरतों के कारण ही बिजली का बिल भी तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में सोलर पैनल के प्रयोग से बिजली बिल को भी आसानी से कम कर सकते हैं। सोलर पैनल को स्थापित कर के अधिक लोड वाले उपकरणों को भी आसानी से चला सकते हैं। 2.5kW सोलर पैनल से बिजली की जरूरतों को आसानी से पूरा कर सकते हैं।
2.5kW सोलर सिस्टम में सोलर पैनल, सोलर इंवर्टर को लगाया जा सकता है, सोलर सिस्टम को आसानी से स्थापित किया जा सकता है। सोलर सिस्टम को लगाने से पहले घर के लोड, छत के आकार आदि की जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए।
2.5kW सोलर सिस्टम
सोलर सिस्टम में लगने वाले सोलर पैनल से सौर ऊर्जा से बिजली का उत्पादन किया जा सकता है, सोलर पैनल के द्वारा DC रूप में बिजली का उत्पादन किया जाता है। सोलर पैनल असमान रूप से बिजली का उत्पादन कर सकते हैं। DC को AC में बदलने के लिए सोलर इंवर्टर का प्रयोग किया जाता है।
सोलर इंवर्टर मुख्यतः PWM एवं MPPT तकनीक के इंवर्टर लगे रहते हैं, सोलर बैटरी में बिजली को स्टोर किया जाता है। सोलर सिस्टम में पॉवर बैकअप के लिए बैटरी को जोड़ा जाता है। सोलर सिस्टम को लगाने के लिए अन्य उपकरणों जैसे पैनल स्टैन्ड, माउंटिंग स्ट्रक्चर आदि का प्रयोग किया जाता है। सोलर सिस्टम में वायरिंग कर के सिस्टम में सही से कनेक्शन स्थापित किया जा सकता है।
2.5kW सोलर पैनल का लाभ
- सोलर सिस्टम पर्यावरण के अनुकूल ही कार्य करती है, सोलर सिस्टम के प्रयोग से कार्बन फुटप्रिन्ट को कम किया जा सकता है।
- सोलर सिस्टम को लगा कर बिजली कटौती की जरूरतों को आसानी से पूरा कर सकते हैं, एवं बिल को कम कर सकते हैं।
- सोलर सिस्टम का लाभ लंबे समय तक प्राप्त कर सकते हैं, सोलर सिस्टम का रखरखाव सही से करने के बाद ही आप बिजली का लाभ उठा सकते हैं। ऐसे में आर्थिक बचत कर सकते हैं।
2.5kW सोलर सिस्टम को लगाने का खर्चा
2.5 किलोवाट के सोलर पैनल से हर दिन 10 से 12 यूनिट बिजली का उत्पादन किया जा सकता है, सोलर सिस्टम को लगाने में सोलर पैनल, सोलर इंवर्टर एवं अन्य उपकरणों का खर्चा जानना जरूरी है। सोलर सिस्टम को लगाने का खर्चा 1 लाख से 1.40 लाख रुपये तक का खर्चा हो सकता है।
सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए DISCOM में रजिस्टर्ड वेंडर से ही सोलर सिस्टम में प्रयोग होने वाले उपकरणों को खरीदना चाहिए, सोलर सिस्टम लगाने पर केंद्र सरकार द्वारा नागरिकों को सब्सिडी प्रदान की जा रही है। ऐसे में अधिक से अधिक नागरिक सोलर सिस्टम लगा रहे हैं।