Property Registry Types: प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं? जानें कौन सी रजिस्ट्री है सबसे सुरक्षित और कौन हो सकती है कैंसिल!

क्या आप भी प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान कर रहे हैं? जानिए कौन सी रजिस्ट्री आपको पूरी सुरक्षा देती है और कौन सी रजिस्ट्री भविष्य में रद्द हो सकती है! यह जानकारी आपके प्रॉपर्टी निवेश को सुरक्षित बनाएगी। पढ़ें पूरी जानकारी और बिना किसी जोखिम के संपत्ति खरीदें!

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Written byRohit Kumar

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Property Registry Types: प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं? जानें कौन सी रजिस्ट्री है सबसे सुरक्षित और कौन हो सकती है कैंसिल!
Property Registry Types: प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं? जानें कौन सी रजिस्ट्री है सबसे सुरक्षित और कौन हो सकती है कैंसिल!

आजकल प्रॉपर्टी खरीदने या बेचने का विचार करने पर सबसे पहले दिमाग में आता है रजिस्ट्री (Property Registry)। रजिस्ट्री वह कानूनी प्रक्रिया है जिसके द्वारा संपत्ति का स्वामित्व एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को हस्तांतरित किया जाता है। यह प्रक्रिया भारतीय रजिस्ट्रेशन एक्ट, 1908 के तहत होती है और इसके माध्यम से संपत्ति के वैध मालिक को पहचान मिलती है। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि सभी प्रकार की रजिस्ट्री सुरक्षित नहीं होतीं? कुछ रजिस्ट्री को भविष्य में कानूनी विवादों या अन्य कारणों से रद्द भी किया जा सकता है। इस लेख में हम आपको विभिन्न प्रकार की प्रॉपर्टी रजिस्ट्री और उनकी सुरक्षा के बारे में विस्तार से बताएंगे, ताकि आप किसी भी संपत्ति को खरीदने से पहले पूरी जानकारी प्राप्त कर सकें।

सेल डीड सबसे सुरक्षिलसेहोल्ड त रजिस्ट्री

सेल डीड (Sale Deed) प्रॉपर्टी रजिस्ट्री का सबसे सुरक्षित और कानूनी रूप से मान्यता प्राप्त प्रकार है। इसमें संपत्ति का पूर्ण स्वामित्व खरीदार को दिया जाता है और यह रजिस्ट्री तभी होती है जब विक्रेता और खरीदार दोनों की सहमति हो। सेल डीड के माध्यम से संपत्ति का ट्रांसफर होता है और यह भविष्य में किसी भी प्रकार के कानूनी विवादों से बचाव करता है। सेल डीड के द्वारा संपत्ति के सभी अधिकार खरीदार को मिल जाते हैं, और यह रजिस्ट्री पूरी तरह से सुरक्षित मानी जाती है।

Leasehold Property सीमित स्वामित्व

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पट्टा (Leasehold Property) एक अस्थायी स्वामित्व प्रदान करने वाली रजिस्ट्री है। इसमें स्वामित्व सीमित समय के लिए होता है, और यह आमतौर पर सरकारी या अन्य संस्थाओं द्वारा जारी किया जाता है। पट्टे की अवधि समाप्त होने पर संपत्ति स्वचालित रूप से वापस सरकार के पास चली जाती है। यह रजिस्ट्री उन मामलों में होती है जहां संपत्ति पर कोई खास नियम या नियंत्रण हो, जैसे कि सरकारी जमीन या विकासशील प्रॉपर्टी। हालांकि, इसकी सुरक्षा सीमित होती है और इसका भविष्य हमेशा तय नहीं होता।

नोटरी एग्रीमेंट कानूनी सुरक्षा नहीं

नोटरी एग्रीमेंट (Notary Agreement) एक समझौता होता है, जो दोनों पक्षों के बीच संपत्ति के हस्तांतरण के लिए किया जाता है, लेकिन यह कानूनी रूप से मान्यता प्राप्त नहीं होता। यदि यह दस्तावेज़ भविष्य में किसी कानूनी विवाद में आता है, तो इसे अदालत में चुनौती दी जा सकती है। इस प्रकार की रजिस्ट्री अक्सर असुरक्षित मानी जाती है, और इसे भविष्य में रद्द किया जा सकता है। इसलिए संपत्ति के मामलों में इसे प्राथमिकता नहीं दी जानी चाहिए।

गिफ्ट डीड बिना विवाद के संपत्ति का हस्तांतरण

गिफ्ट डीड (Gift Deed) के माध्यम से एक व्यक्ति अपनी संपत्ति को बिना किसी मूल्य के दूसरे व्यक्ति को हस्तांतरित करता है। यह रजिस्ट्री अधिकतर परिवार या निकटतम रिश्तेदारों के बीच होती है, और इसमें विवाद की संभावना कम होती है। गिफ्ट डीड का उपयोग तब किया जाता है जब संपत्ति का ट्रांसफर एक उपहार के रूप में किया जाता है। इसमें स्टांप ड्यूटी भी कम होती है, और यह एक वैध कानूनी तरीका है संपत्ति के स्वामित्व को ट्रांसफर करने का।

मृत्यु के बाद संपत्ति का हस्तांतरण

वसीयत (Will) वह दस्तावेज़ है जिसे कोई व्यक्ति अपनी मृत्यु के बाद अपनी संपत्ति का वितरण करने के लिए तैयार करता है। वसीयत के द्वारा संपत्ति का ट्रांसफर केवल व्यक्ति की मृत्यु के बाद ही होता है। हालांकि, यह दस्तावेज़ भविष्य में अदालत में चुनौती दी जा सकती है, और इसे कभी भी रद्द किया जा सकता है। इस प्रकार की रजिस्ट्री में विवाद की संभावना अधिक होती है, खासकर यदि मृतक के परिवार में असहमति हो।

पावर ऑफ अटॉर्नी अस्थायी अधिकार

पावर ऑफ अटॉर्नी (Power of Attorney) रजिस्ट्री एक अस्थायी स्वामित्व का दस्तावेज़ होती है, जिसमें व्यक्ति किसी अन्य को अपनी संपत्ति पर अधिकार देने के लिए अनुमति देता है। हालांकि, यह रजिस्ट्री हमेशा सुरक्षित नहीं होती और इसे बिना उचित दस्तावेज़ों के रद्द किया जा सकता है। पावर ऑफ अटॉर्नी का उपयोग मुख्यतः तब किया जाता है जब व्यक्ति स्वयं अपनी संपत्ति का प्रबंधन नहीं कर सकता, लेकिन इसे एक अस्थायी अधिकार माना जाता है।

कौन सी रजिस्ट्री हो सकती है कैंसिल?

कुछ प्रकार की प्रॉपर्टी रजिस्ट्री को भविष्य में कानूनी कारणों या विवादों के कारण रद्द किया जा सकता है। इनमें प्रमुख रूप से नोटरी एग्रीमेंट, पावर ऑफ अटॉर्नी, और पट्टा शामिल हैं। ये रजिस्ट्री आमतौर पर असुरक्षित मानी जाती हैं और इनको अदालत में चुनौती दी जा सकती है या कानूनी प्रक्रिया के तहत रद्द किया जा सकता है।

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नोटरी एग्रीमेंट को अदालत में चुनौती दी जा सकती है, क्योंकि यह कानूनी रूप से पूरी तरह से मान्यता प्राप्त नहीं होता है। ऐसे समझौते को भविष्य में कोई भी पक्ष रद्द करने के लिए दावा कर सकता है। इसी तरह, पावर ऑफ अटॉर्नी जब तक सही दस्तावेज़ और प्रक्रियाओं का पालन न किया जाए, तब तक यह रद्द हो सकता है। अगर पावर ऑफ अटॉर्नी के माध्यम से किसी को संपत्ति का अस्थायी अधिकार दिया गया है, तो बिना उचित कानूनी कागजातों के यह किसी भी समय रद्द किया जा सकता है।

इसके अलावा, पट्टा रजिस्ट्री में भी सुरक्षा की कमी हो सकती है, क्योंकि पट्टे की अवधि समाप्त होने पर यह स्वचालित रूप से रद्द हो जाती है और संपत्ति सरकार के पास चली जाती है। इसलिए इन प्रकार की रजिस्ट्री से संपत्ति के स्थायी स्वामित्व की सुरक्षा पूरी तरह से सुनिश्चित नहीं होती।

रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया

प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से की जा सकती है। ऑनलाइन प्रक्रिया में आपको राज्य सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर दस्तावेज़ अपलोड करने होते हैं और स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन शुल्क का भुगतान करना होता है। इसके बाद उप-पंजीयक कार्यालय में फाइनल सत्यापन किया जाता है। ऑफलाइन प्रक्रिया में आपको उप-पंजीयक कार्यालय में सभी दस्तावेज़ प्रस्तुत करने होते हैं और गवाहों की उपस्थिति सुनिश्चित करनी होती है।

स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन शुल्क

भारत में प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन के लिए सामान्य स्टांप ड्यूटी 4% से 6% के बीच होती है, और पंजीकरण शुल्क 1% होता है। उदाहरण के लिए, अगर प्रॉपर्टी की कीमत ₹50 लाख है, तो स्टांप ड्यूटी ₹2 लाख से ₹3 लाख और पंजीकरण शुल्क ₹50,000 होगा।

संपदा 2.0 सॉफ्टवेयर: धोखाधड़ी से बचाव

मध्य प्रदेश सरकार ने हाल ही में “संपदा 2.0” सॉफ्टवेयर लॉन्च किया है, जो प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को अधिक सुरक्षित और डिजिटल बनाता है। इसके माध्यम से फर्जीवाड़े पर रोकथाम, बायोमेट्रिक सत्यापन, और ऑनलाइन ट्रैकिंग जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं।

महत्वपूर्ण सुझाव

प्रॉपर्टी खरीदने से पहले उसकी वैधता की जांच अवश्य करें। केवल सेल डीड या गिफ्ट डीड जैसी सुरक्षित रजिस्ट्री का चयन करें और नोटरी एग्रीमेंट या पावर ऑफ अटॉर्नी से बचें। किसी भी दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर करने से पहले उसे ध्यानपूर्वक पढ़ें और समझें।

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