बिजली बिल की टेंशन होगी खत्म, घर में इंस्टाल करें 5kW Solar System, पूरी डिटेल देखें

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Written byRohit Kumar

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बिजली बिल की टेंशन होगी खत्म, घर में इंस्टाल करें 5kW Solar System, पूरी डिटेल देखें
5kW Solar System

सोलर उपकरणों की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए हरित भविष्य की कल्पना की जा सकती है। सोलर उपकरण किसी प्रकार का प्रदूषण उत्पन्न नहीं करते हैं। घर में बिजली की मांग को पूरा करने के लिए 5kW Solar System को स्थापित किया जा सकता है। ऐसे सिस्टम के द्वारा यूजर महीने में 750 यूनिट तक बिजली बना सकते हैं, और बिजली के बिल से राहत प्राप्त कर बिजली की जरूरतों को पूरा कर सकते हैं। सोलर सिस्टम से यूजर को अन्य कई प्रकार से लाभ होते हैं।

5kW Solar System की जानकारी

सोलर सिस्टम को स्थापित करने के बाद यूजर लंबे समय तक फ्री बिजली का लाभ प्राप्त कर सकते हैं, इसलिए ही सोलर सिस्टम पर किये जाने वाले निवेश को समझदारी का निवेश कहा जाता है, सोलर सिस्टम में सोलर पैनल, सोलर इंवर्टर मुख्य उपकरण के रुपये में होते हैं, इनका प्रयोग हर प्रकार के सिस्टम में किया जाता है। यदि आपके घर में बिजली की खपत हर दिन 20 से 25 यूनिट तक रहती है, तो ऐसे में आप 5kW Solar System को इंस्टाल कर सकते हैं।

5kW Solar System में सोलर उपकरण

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सोलर सिस्टम के प्रकार के अनुसार ही सोलर उपकरणों का प्रयोग किया जाता है, घरों में सामान्यतः ऑनग्रिड एवं ऑफग्रिड प्रकार से सोलर सिस्टम को लगाया जाता है। ऑनग्रिड सोलर सिस्टम में बैटरी का प्रयोग नहीं किया जाता है, ऐसे सिस्टम में नेट मिटरिंग कर शेयर की जाने वाली बिजली को कैलकुलेट किया जाता है। जबकि ऑफग्रिड सोलर सिस्टम में बिजली को स्टोर करने के लिए बैटरी को जोड़ा जाता है, बैटरी की क्षमता का चयन उपभोक्ता अपनी जरूरत के हिसाब से कर सकते हैं।

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  • सोलर पैनल: सोलर सिस्टम में सोलर पैनल द्वारा सौर ऊर्जा से बिजली का उत्पादन किया जाता है, अधिकांश निर्माता ब्रांड द्वारा इन पर 25 साल की परफॉर्मेंस वारंटी दी जाती है। सोलर पैनल में बिजली जनरेट करने का काम सोलर सेल करते हैं, ये DC करंट के रूप में बिजली का उत्पादन करते हैं। बिजली उत्पादन की प्रक्रिया में 20% तक पावर लॉस हो सकता है।
  • सोलर इंवर्टर: ऑनग्रिड एवं ऑफग्रिड सोलर सिस्टम के हिसाब से ही इंवर्टर का चयन किया जाता है। इंवर्टर का प्रयोग कर घर में चलाए जाने वाले सभी उपकरणों को आसानी से चला सकते हैं। सोलर इंवर्टर द्वारा DC को AC में बदलकर पैनल से प्राप्त बिजली को कंट्रोल किया जाता है। इसके लिए इनमें PWM एवं MPPT तकनीक के सोलर चार्ज कंट्रोलर लगे होते हैं।
  • सोलर बैटरी: ऑफग्रिड सोलर सिस्टम में पावर बैकअप करने के लिए बैटरी जोड़ते हैं, सामान्यतः कम कीमत वाले सिस्टम में लेड एसिड बैटरी को जोड़ा जाता है। जबकि कुशल सिस्टम बनाने पर लिथियम आयन बैटरी को जोड़ सकते हैं।

5kW Solar System को कम कीमत में लगाने के लिए ऑनग्रिड सोलर सिस्टम स्थापित करना चाहिए, ऐसे सिस्टम पर सब्सिडी का लाभ भी उठाया जा सकता है, इसमें सरकार 78 हजार रुपये की सब्सिडी नागरिकों को प्रदान करती है।

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